Hazaribagh news: 26 जनवरी को इसको मेला में उमड़ा सैलानियों का जनसैलाब
इसको गुफा की खोज 1990 में ब्लू इमाम ने किया था
यहां का कोहबर एवं सोहराई कला प्रसिद्ध रही है. इन गुफाओं तक लोगों को आने के लिए गणतंत्र दिवस के मौके पर 26 जनवरी 1990 में ब्लू इमाम द्वारा मेला शुरू की गई थी
बड़कागांव: झारखंड के प्रसिद्ध ऐतिहासिक पर्यटन स्थल बड़कागांव के इसको में गणतंत्र दिवस के मौके पर भव्य मेले का आयोजन किया गया. इसको निवासियों के अनुसार दावा किया जा रहा है कि गणतंत्र दिवस के मौके पर गणतंत्र दिवस का मेला झारखंड के बड़कागांव में ही आयोजित होती है. मेले में कई युवा के तिरंगा झंडा लेकर भी पहुंचे थे. मेले में भव्य भीड़ उमड़ी, मेला में सुरक्षा व्यवस्था के लिए डीएसपी पवन कुमार, थाना प्रभारी नेमाधारी रजक के नेतृत्व में पुलिस तैनात थी.

इसको गुफा एवं इसको का शैल चित्र पूरे भारतवर्ष में प्रसिद्ध है .इसलिए यह मेला बहुत ही महत्वपूर्ण है .उन्होंने यह भी कहा कि मेरी पार्टी की भले ही यहां से हार हुई है, लेकिन मैं क्षेत्र के लोगों को किसी भी समस्या में हारने नहीं दूंगा. सुख-दुख में हमेशा काम आता रहूंगा, जो भी हमारे पार्टी को वोट दिए हैं, और जो नहीं दिए हैं. सभी के कल्याण के लिए काम करता रहूंगा. मौके पर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता चंदर साव भी शामिल थे.
मेला में म्यूजिकल ग्रुप द्वारा आर्केस्ट्रा का आयोजन किया गया. रूपा कुमारी, स्वर्णिम कुमारी, अलका रानी,नृत्य कर लोगों को मंत्र मुग्ध कर दिया. आर्केस्ट्रा एवं मेला देखने के लिए महिलाओं पुरुषों एवं बच्चों की अधिक भीड़ देखी गई. मेले में विभिन्न प्रकार की दुकान बड़ों एवं बच्चों के लिए झूले लगाए गए थे.
1990 में मेला हुई थी
इसको निवासी सहायक अध्यापक हरिनाथ मुंडा ने बताया कि इसको गुफा की खोज 1990 में ब्लू इमाम ने किया था. यहां का कोहबर एवं सोहराई कला प्रसिद्ध रही है. इन गुफाओं तक लोगों को आने के लिए गणतंत्र दिवस के मौके पर 26 जनवरी 1990 में ब्लू इमाम द्वारा मेला शुरू की गई थी . हर वर्ष 26 जनवरी के दिन यहां मेला का आयोजन होता है.
चिकन मटन का बाजार रहा गर्म
इसको मेला में आर्केस्ट्रा से अधिक चिकन मटन व मछली बाजार में लोगों की अधिक भीड़ देखी गई. इस बाजार में चिकन, मटन, मछली के साथ हड़िया (पेय पदार्थ ) की अधिक भीड़ थी.
सैलानियों ने गुफा एवं शैली चित्र का लिया आनंद
बड़कागांव के इसको मेला में विभिन्न गांवों एवं शहरों से लोग सिरकत हुए .मेले का आनंद लेने के बाद सैलानियों ने इसको गुफा ,इसको का शैल चित्र एवं विभिन्न आकृतियों के चट्टानों का आनंद लिया. मेले में विभिन्न गांव से लोग अपने पारिवारिक सदस्यों के साथ आए. और प्राचीन काल के गुफाओं का अवलोकन भी किया
सुजीत सिन्हा, 'समृद्ध झारखंड' की संपादकीय टीम के एक महत्वपूर्ण सदस्य हैं, जहाँ वे "सीनियर टेक्निकल एडिटर" और "न्यूज़ सब-एडिटर" के रूप में कार्यरत हैं। सुजीत झारखण्ड के गिरिडीह के रहने वालें हैं।
'समृद्ध झारखंड' के लिए वे मुख्य रूप से राजनीतिक और वैज्ञानिक हलचलों पर अपनी पैनी नजर रखते हैं और इन विषयों पर अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत करते हैं।
