आदिवासी जमीन बचाओ अभियान के तहत विभिन्न आदिवासी संगठनों की बैठक, जमीन लूट की हो सीबीआई जाँच
गैर आदिवासी से विवाह करने वाली आदिवासी महिलाओं का न बने एसटी प्रमाण पत्र
रांची: रविवार को आदिवासियों के सामाजिक, धार्मिक एवं रैयती जमीन की लूट के खिलाफ सीबीआई जाँच की मांग को लेकर आदिवासी जमीन बचाओ अभियान के तहत विभिन्न आदिवासी संगठनों की बैठक चम्पा कुजूर की अध्यक्षता में प्रेस क्लब में हुई | बैठक में कई प्रस्तावों पर सहमति बनी जिसमें मुख्य रूप से रांची जिले के सभी अंचल कार्यालयों का घेराव व धरना प्रदर्शन किया जाएगा। इसके अलावा दक्षिणी छोटानागपुर प्रमंडल के खूंटी, सिमडेगा, गुमला व लोहरदगा और पलामू प्रमंडल के लातेहार जिला के उपायुक्त कार्यालय का घेराव किए जाने पर भी सहमति बनी।
इसके साथ ही विभिन्न आदिवासी संगठनों के प्रतिनिधियों ने गैर आदिवासियों द्वारा आदिवासी महिला को दूसरी या तीसरी पत्नी बनाकर आदिवासियों के लिए आरक्षित मुखिया, प्रमुख, जिला परिषद इत्यादि पदों का लाभ गैर आदिवासियों के लेने के साथ-साथ गैर आदिवासियों द्वारा आदिवासी महिला के नाम से आदिवासी जमीन की अवैध ढंग से खरीद बिक्री किए जाने पर भी चिंता जताई और सरकार से मांग की कि ऐसे लोगों को आदिवासियों के लिए आरक्षित नौकरियां व गैर आदिवासी से विवाह करने वाली आदिवासी महिला का ST का जाति प्रमाण पत्र नहीं बनना चाहिए।
बैठक में आदिवासी महासभा के संयोजक देवकुमार धान, बलकु उरांव, फ़ुलचन्द तिर्की, तानसेन गाड़ी, संजय तिर्की, रमेश उरांव, सुशील उरांव, रजनीश उरांव, बुधवा उरांव, बैजनाथ लोहरा, महादेव मुन्डा, जितिया उरांव, मक्का उरांव, चकुलिया से दुर्गा प्रसाद सिंह, गुड़बन्धा प्रखंड से मंगल मुंडा, वासुदेव खड़िया, सुकरा तिर्की, नामकोम से किनसन, मादी उरांव, सुनिल मुंडा, जलेश्वर भगत मौजूद थे व उन्होंने इसे संबोधित किया |