Uttarkashi Cloudburst LIVE: उत्तरकाशी में फटा बादल, बाढ़ और भूस्खलन से भारी तबाही, PM मोदी ने CM धामी से ली जानकारी
NDRF-SDRF और सेना की टीमें संभाल रहीं मोर्चा
देहरादून/उत्तरकाशी: उत्तराखंड, जिसे देवभूमि के नाम से जाना जाता है, एक बार फिर प्राकृतिक आपदा का शिकार हुआ है। उत्तरकाशी जिले में गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर स्थित धराली गांव के पास मंगलवार दोपहर को बादल फटने की घटना ने भीषण तबाही मचा दी है। इस घटना के कारण खीर गंगा नदी में अचानक आए उफान और उसके साथ हुए भारी भूस्खलन ने क्षेत्र में बड़े पैमाने पर जान-माल का नुकसान किया है।
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प्राप्त जानकारी के अनुसार, मंगलवार दोपहर बादलों के गरजने के साथ हुई मूसलाधार बारिश के कारण धराली के निकट बादल फट गया। इसके तुरंत बाद, खीर गंगा नदी का जलस्तर खतरनाक रूप से बढ़ गया और नदी अपने साथ भारी मात्रा में मलबा और पत्थर लेकर आई। नदी के इस रौद्र रूप ने अपने रास्ते में आने वाले कई होटलों, गेस्ट हाउस, दुकानों और आवासीय मकानों को अपनी चपेट में ले लिया। घटना के बाद से कई लोगों के लापता होने की खबर है, जबकि कुछ शव बरामद किए गए हैं।
सरकार की त्वरित कार्रवाई और राहत कार्य
आपदा की सूचना मिलते ही राज्य प्रशासन तुरंत हरकत में आ गया। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बुधवार सुबह प्रभावित क्षेत्रों का विस्तृत हवाई सर्वेक्षण किया। उन्होंने धराली में रुककर स्थिति का जमीनी जायजा लिया और आपदा प्रभावित परिवारों से मुलाकात कर उन्हें सांत्वना दी। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को राहत और बचाव कार्यों में तेजी लाने और प्रभावितों तक हर संभव मदद पहुंचाने के सख्त निर्देश दिए हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी इस आपदा पर चिंता व्यक्त की है। उन्होंने मुख्यमंत्री धामी से फोन पर बात कर पूरी स्थिति की जानकारी ली और केंद्र सरकार की ओर से हर संभव सहायता का आश्वासन दिया है।
युद्धस्तर पर जारी है बचाव अभियान
स्थिति की गंभीरता को देखते हुए मौके पर राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (NDRF), राज्य आपदा मोचन बल (SDRF), भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (ITBP), सेना और स्थानीय पुलिस की टीमों को बचाव अभियान में लगाया गया है। ये टीमें प्रतिकूल मौसम और दुर्गम परिस्थितियों के बीच लापता लोगों की तलाश कर रही हैं और फंसे हुए लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा रही हैं। गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग कई स्थानों पर क्षतिग्रस्त हो गया है, जिससे बचाव कार्यों में बाधा आ रही है, लेकिन इसे खोलने का काम भी तेजी से जारी है।
प्रशासन ने क्षेत्र में अलर्ट जारी कर दिया है और स्थानीय लोगों तथा पर्यटकों से सुरक्षित रहने और अनावश्यक यात्रा से बचने की अपील की है। आपदा से हुए कुल नुकसान का आकलन अभी किया जा रहा है, लेकिन शुरुआती तस्वीरों से तबाही की भयावहता का अंदाजा लगाया जा सकता है।
सीएम धामी ने कहा, भारतीय सेना, आईटीबीपी, एसडीआरएफ, एनडीआरएफ और स्थानीय लोगों सहित हमारी सभी एजेंसियां बचाव कार्य कर रही हैं। कल 130 लोगों को बचाया गया।
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