आरएसएस शताब्दी समारोह: पीएम मोदी ने जारी किया डाक टिकट-सिक्का, देखें वीडियो
पीएम मोदी ने कैसे बताया संघ की 100 साल की कहानी?
नई दिल्ली: डॉ. अंबेडकर इंटरनेशनल सेंटर में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के शताब्दी समारोह का आयोजन हुआ, जिसमें देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुख्य अतिथि के तौर पर शिरकत की। इस ऐतिहासिक कार्यक्रम में पीएम मोदी ने संघ के 100 साल पूरे होने के अवसर पर विशेष डाक टिकट और शुद्ध चांदी का स्मारक सिक्का जारी किया।
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डाक टिकट और सिक्का: पहली बार भारत माता की छवि
इस मौके पर प्रधानमंत्री मोदी ने बताया कि आजादी के बाद पहली बार संघ की किसी ऐतिहासिक यात्रा पर डाक टिकट और सिक्का जारी हुआ है। स्मारक सिक्के पर भारत माता का भव्य चित्र और संघ के स्वयंसेवकों की छवि अंकित है, वहीं डाक टिकट पर 1963 की आरएसएस कार्यकर्ताओं की परेड की तस्वीर है। यह सिक्का शुद्ध चांदी का है, जिसकी कीमत 100 रुपये है।
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संघ की स्थापना: परंपरा और राष्ट्र चेतना
प्रधानमंत्री मोदी ने अपने संबोधन में संघ के राष्ट्र निर्माण में योगदान की सराहना करते हुए डॉ. केशव बलिराम हेडगेवार को श्रद्धांजलि दी। उन्होंने कहा कि वर्ष 1925 में विजयादशमी के शुभ अवसर पर संघ की स्थापना का चुनाव संयोग नहीं, बल्कि भारतीय संस्कृति की सदियों पुरानी परंपरा का पुनरुत्थान है। विजयादशमी पर संघ की स्थापना को भारतीय संस्कृति की न्याय, सत्य, और प्रकाश की परंपरा से जोड़ा गया।
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राष्ट्र निर्माण में संघ की भूमिका
पीएम मोदी ने कहा कि आरएसएस शुरू से ही 'राष्ट्र प्रथम' के मंत्र के साथ आगे बढ़ा है। आजादी की लड़ाई, देश पर आए संकट, समाज सेवा और आपदा राहत जैसे हर मोर्चे पर कार्य किया। हर स्वयंसेवक को देश के लिए जीने और समाज के लिए समर्पित भाव से कार्य करने की प्रेरणा देता है।
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चुनौतियाँ और विचारधारा
अपने भाषण में प्रधानमंत्री मोदी ने याद दिलाया कि आजादी के बाद संघ पर कई बार प्रतिबंध लगाने और संगठन को रोकने की साजिशें भी चलीं, लेकिन 'हमारा लक्ष्य राष्ट्र निर्माण और समाज सेवा' ही रहा। उन्होंने संघ के कार्यकर्ताओं के अनुशासन, सेवाभाव, और लगातार 100 साल तक सतत चलने वाली शाखाओं को देश के लिए अनूठी विरासत बताया।
समारोह की प्रमुख बातें
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संघ के शताब्दी वर्ष पर पहली बार भारत माता वाले स्मारक सिक्के और डाक टिकट का विमोचन।
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1963 की ऐतिहासिक गणतंत्र दिवस (26 जनवरी) परेड की झलक डाक टिकट पर दिखी।
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मंच पर संघ प्रमुख सहित वरिष्ठ स्वयंसेवक और संघ से जुड़े नेता उपस्थित थे।
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पीएम मोदी ने सभी स्वयंसेवकों को शुभकामनाएं दीं और देशवासियों को नवरात्रि, महानवमी तथा विजयादशमी की बधाई दी।
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डॉ. हेडगेवार की "जैसा है, वैसा लेना है; जैसा चाहिए, वैसा बनाना है" विचारधारा को रेखांकित किया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आरएसएस के 100 वर्ष पूरे होने के मौके को भारतीय संस्कृति, राष्ट्र चेतना और सामाजिक कर्तव्यों के विस्तार का पर्व बताया। संघ ने समाज सेवा, अनुशासन और देशभक्ति की भावना से राष्ट्र निर्माण में निरंतर योगदान दिया है, जो खुद में एक प्रेरणा है।
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