दामाद के लिए चिकन करी, मुर्गे पर चला निशाना… पड़ोसी की मौत से गांव में सनसनी!
तमिलनाडु: कल्लाकुरिची जिले में एक दुखद घटना में दामाद को चिकन करी खिलाने की चाह में मुर्गी पर गोली चलाने के दौरान निशाना चूकने से एक पड़ोसी की जान चली गई। इस घटना ने स्थानीय समुदाय को हिला दिया है और बंदूक के दुरुपयोग के खतरों को उजागर किया है।
घटना का विवरण

उस दिन अन्नामलाई का दामाद उनके घर आया हुआ था। दामाद को भोजन कराने के लिए उन्होंने एक मुर्गे को मारकर चिकन करी बनाने का निर्णय लिया। पहले उन्होंने घर के बाहर घूम रहे मुर्गे को पकड़ने की कोशिश की, लेकिन जब मुर्गा पकड़ में नहीं आया, तो अन्नामलाई ने घर के अंदर रखी बंदूक निकाली और मुर्गे पर निशाना साधकर गोली मार दी।
त्रासदी का मोड़
दुर्भाग्य से, अन्नामलाई का निशाना चूक गया और गोली सीधे पड़ोस के घर में सो रहे प्रकाश नाम के युवक के सिर में जा लगी। गोली लगने से प्रकाश की मौके पर ही मौत हो गई।
इस अप्रत्याशित घटना से हैरान पड़ोसियों ने तुरंत करियालुर पुलिस को सूचना दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने प्रकाश का शव बरामद किया और उसे पोस्टमार्टम के लिए कल्लाकुरिची सरकारी मेडिकल कॉलेज अस्पताल भेज दिया।
पुलिसिया कार्रवाई
पुलिस ने तत्काल कार्रवाई करते हुए अवैध रूप से तमंचा रखने वाले अन्नामलाई को पड़ोसी की मौत के आरोप में गिरफ्तार कर लिया। पुलिस इस मामले में तीन और लोगों से पूछताछ कर रही है।
जांच एजेंसी इस घटना के पीछे की सच्चाई का पता लगाने की कोशिश में लगी है। पुलिस यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि क्या युवक प्रकाश की मौत वास्तव में दुर्घटनावश गोली लगने की वजह से हुई या फिर यह कोई सुनियोजित हत्या थी। साथ ही यह भी जांचा जा रहा है कि दोनों के बीच पहले से कोई व्यक्तिगत शत्रुता थी या नहीं।
मामले की गंभीरता
यह घटना अवैध हथियारों के रखरखाव और उनके गैर-जिम्मेदाराना उपयोग के गंभीर परिणामों को दर्शाती है। एक साधारण सी चाह - दामाद को चिकन करी खिलाने की इच्छा - एक निर्दोष युवक की जान ले गई और दो परिवारों का जीवन बर्बाद हो गया।
यह मामला ग्रामीण क्षेत्रों में अवैध हथियारों की उपलब्धता और उनके दुरुपयोग की समस्या को भी उजागर करता है। जंगली जानवरों के शिकार के नाम पर रखे गए हथियारों का इस प्रकार का गैर-जिम्मेदाराना उपयोग न केवल कानूनी तौर पर गलत है बल्कि जानलेवा भी साबित हो सकता है।
पुलिस की जांच जारी है और अदालत में मामले की सुनवाई के बाद ही सच्चाई सामने आएगी कि यह वास्तव में एक दुर्घटना थी या कुछ और।
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