UNGA में राष्ट्रपति ट्रंप का दावा: 'भारत-पाकिस्तान के बीच संघर्ष मैंने रोका'
नेशनल डेस्क: राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने मंगलवार को न्यूयॉर्क स्थित संयुक्त राष्ट्र महासभा में घोषणा की कि पिछले सात महीनों में उन्होंने 'सात बड़े युद्धों' को खत्म किया है, जिनमें भारत-पाकिस्तान के बीच मई में हुआ सैन्य टकराव भी शामिल है। ट्रंप ने जोर देकर कहा कि उनकी प्रत्यक्ष भूमिका और अमेरिकी दखल के कारण दोनों परमाणु संपन्न देशों के बीच संघर्ष रुका।

भारत का कड़ा खंडन
भारत ने ट्रंप के इस दावे को पूरी तरह से खारिज कर दिया। भारतीय रक्षा मंत्री और विदेश मंत्रालय ने साफ कहा है कि भारत ने 'ऑपरेशन सिंदूर' के अंत के लिए किसी तीसरे पक्ष के दबाव में आकर कोई फैसला नहीं किया। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने संसद में कहा, "यह कहना पूरी तरह निराधार है कि सैन्य कार्रवाई किसी बाहरी दबाव के कारण रोकी गई। भारत ने अपने राजनीतिक और सैन्य लक्ष्यों की पूर्ति के बाद कार्रवाई बंद की।"
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और विदेश मंत्रालय ने स्पष्ट किया कि भारत और पाकिस्तान के बीच संघर्ष की समाप्ति केवल दोनों देशों की सैन्य कमांडरों की सीधी बातचीत और पाकिस्तान की ओर से 'सीज़फायर' की अपील के बाद हुई थी, न कि अमेरिकी दखल से।
मई 2025 का संघर्ष: क्या हुआ था?
22 अप्रैल 2025 को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में पर्यटकों पर हमला हुआ जिसमें 26 लोग मारे गए। इसके बाद भारत ने पाकिस्तान के आतंकी ठिकानों पर 'ऑपरेशन सिंदूर' के तहत मिसाइल और ड्रोन हमले किए। चार दिन तक दोनों देशों के बीच भारी गोलीबारी चली, जिसका असर सीमाई क्षेत्रों में भी देखा गया।
7 मई को भारत ने पाकिस्तान के पंजाब प्रांत और पाक- अधिकृत कश्मीर के नौ ठिकानों पर हमले किए। इस सैन्य कार्रवाई के बाद 10 मई को दोनों देशों की सेनाओं के डीजीएमओ स्तर की बातचीत में संघर्षविराम पर सहमति बनी।
अमेरिका का दबाव: सच्चाई क्या है?
राष्ट्रपति ट्रंप लगातार अपने भाषणों में भारत-पाक संघर्ष को रोकने के श्रेय का दावा करते रहे हैं। उन्होंने कहा कि यदि दोनों देश युद्ध रोकेंगे तो अमेरिका अधिक ट्रेड करेगा, लेकिन भारत ने स्पष्ट रूप से कहा कि अमेरिकी दबाव का इससे कोई संबंध नहीं था।
कुछ विश्लेषकों के अनुसार, भारत द्वारा ट्रंप के दावे को बार-बार नकारने के बाद अमेरिका ने हाल ही में भारतीय वस्तुओं पर 25% अतिरिक्त टैरिफ भी लगा दिया, जिसके बाद भारतीय व्यापारियों पर कुल शुल्क 50% तक पहुंच गया।
समृद्ध डेस्क (Samridh Desk), समृद्ध झारखंड का आधिकारिक संपादकीय विभाग है — जो निष्पक्ष, पारदर्शी और सामाजिक जागरूक पत्रकारिता के लिए समर्पित है। हम अनुभवी संपादकों, रिपोर्टरों, डिजिटल संवाददाताओं और कंटेंट राइटर्स की टीम हैं, जो सत्य और जिम्मेदारी की भावना से समाज के मुद्दों को सामने लाने का कार्य करती है।
समृद्ध डेस्क के नाम से प्रकाशित हर लेख हमारी निष्ठा, ईमानदारी और सामाजिक उत्तरदायित्व का प्रतीक है।
हम हर खबर को तथ्यों, निष्पक्षता और जनहित के दृष्टिकोण से प्रस्तुत करते हैं — ताकि पाठकों को केवल सूचना नहीं, बल्कि सच्चाई का पूरा चित्र मिले।
