Autism Therapy: ऑटिज़्म के संकेत जो माता-पिता अक्सर नजरअंदाज कर देते हैं, पढ़ें शुरुआती चेतावनी
Institute of Newcastle दे रहा है बच्चों को नया जीवन
नई दिल्ली: भारत में ऑटिज़्म (Autism Spectrum Disorder) के मामलों में लगातार बढ़ोतरी देखी जा रही है। विशेषज्ञों का मानना है कि समय पर पहचान और सही इलाज से बच्चों की ज़िंदगी पूरी तरह बदल सकती है। इस दिशा में Institute of Newcastle ने आधुनिक थेरेपीज़ और अनुभवी विशेषज्ञों की टीम के साथ एक अनोखी पहल की है, जो ऑटिज़्म से ग्रसित बच्चों को नए जीवन की राह दिखा रही है।
भारत में ऑटिज़्म के केस: चिंता का विषय

ऑटिज़्म के कुछ आम लक्षण इस प्रकार हैं:
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बच्चा 2–3 साल की उम्र तक बोलना शुरू न करे
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नाम लेने पर प्रतिक्रिया न दे
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दूसरों से घुलने-मिलने से बचे, अकेले रहना पसंद करे
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आँखों में आँखें डालकर बात न करे
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दोहराए जाने वाले व्यवहार (Repetitive Behaviors) दिखाए
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बोलने का स्वर नीरस या रोबोटिक लगे
इनमें से कोई भी लक्षण दिखने पर तुरंत विशेषज्ञ से संपर्क करना ज़रूरी है।
इलाज और थेरेपी की नई दिशा
पिछले कुछ वर्षों में भारत में ऑटिज़्म के इलाज के लिए कई आधुनिक थेरेपीज़ आई हैं। इनमें स्पीच थेरेपी, ऑक्युपेशनल थेरेपी, बिहेवियरल थेरेपी, सेंसरी इंटीग्रेशन थेरेपी और हाइड्रोथेरेपी शामिल हैं। इनका मक़सद बच्चों की संचार क्षमता, सामाजिक कौशल और आत्मविश्वास को बढ़ाना है।
संस्थानों की भूमिका
सरकारी प्रयासों के साथ-साथ निजी संस्थान भी इस दिशा में अहम भूमिका निभा रहे हैं। कई संस्थान बच्चों के लिए कस्टमाइज्ड ट्रीटमेंट प्लान और मल्टी-डिसिप्लिनरी टीम उपलब्ध कराते हैं।
ऐसा ही एक उदाहरण Institute of Newcastle है, जो बच्चों के लिए स्पीच थेरेपी, ऑक्युपेशनल थेरेपी, सेंसरी इंटीग्रेशन और बिहेवियरल थेरेपी जैसी सेवाएँ देता है। संस्थान के विशेषज्ञ मानते हैं कि इलाज का मकसद केवल लक्षणों को कम करना नहीं, बल्कि बच्चों को आत्मनिर्भर और सामाजिक रूप से सक्रिय बनाना है।
Institute of Newcastle: बच्चों के लिए उम्मीद की नई किरण
Institute of Newcastle ने ऑटिज़्म से ग्रसित बच्चों के लिए एक संपूर्ण ट्रीटमेंट सेंटर तैयार किया है, जहाँ विभिन्न आधुनिक थेरेपीज़ और अनुभवी विशेषज्ञ एक साथ मिलकर काम करते हैं। इसका उद्देश्य बच्चों की भाषाई, सामाजिक और संज्ञानात्मक क्षमताओं को बढ़ाना और उन्हें एक सामान्य और खुशहाल जीवन के लिए तैयार करना है।
यहाँ उपलब्ध प्रमुख सुविधाएँ:
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Paediatric Speech Therapist: बच्चों की भाषा और बोलने की क्षमता को विकसित करने के लिए विशेष प्रशिक्षण।
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Special Education Therapist: सीखने की कठिनाइयों को कम करने और शिक्षा में बेहतर प्रदर्शन के लिए सहायता।
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Autism Treatment: हर बच्चे के लिए अलग-अलग ट्रीटमेंट प्लान।
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Sensory Integration Therapy: बच्चों की संवेदनाओं (जैसे सुनना, देखना, छूना) में संतुलन बनाने की थेरेपी।
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Hydrotherapy: पानी के माध्यम से शारीरिक और मानसिक विकास को बढ़ावा देना।
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Occupational Therapist: बच्चों की रोज़मर्रा की गतिविधियों में सुधार लाना।
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Paediatric Neurologist: दिमाग और नसों से जुड़े मामलों में विशेषज्ञ परामर्श।
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Behavioral Therapist: बच्चों के व्यवहार में सकारात्मक बदलाव लाने के लिए थेरेपी।
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Physiotherapist: शारीरिक विकास और मोटर स्किल्स पर काम करने के लिए।
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Child Specialist: बच्चों की संपूर्ण स्वास्थ्य देखभाल।
बच्चों की सफलता की कहानियाँ
कई माता-पिता बताते हैं कि Institute of Newcastle की थेरेपीज़ से उनके बच्चों की बोलने की क्षमता, सामाजिक व्यवहार और सीखने की क्षमता में उल्लेखनीय सुधार हुआ है। समय पर इलाज और सही देखभाल से बच्चों का आत्मविश्वास बढ़ता है और वे समाज की मुख्यधारा में शामिल हो पाते हैं।
ऑटिज़्म से जुड़े मामलों में बढ़ोतरी चिंता का विषय है, लेकिन समय पर पहचान, सही थेरेपी और समाज की सोच में बदलाव से हालात बदले जा सकते हैं। सरकारी और निजी संस्थानों की संयुक्त पहल से ही बच्चों को बेहतर भविष्य दिया जा सकता है।
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