Dumka news: संताल आदिवासी बाहा पर्व सृष्टि और प्रकृति के सम्मान में मनाते है

आदि इष्ट देवी-देवताओ के नाम बलि दिया जाता है.

Dumka news: संताल आदिवासी बाहा पर्व सृष्टि और प्रकृति के सम्मान में मनाते है
धूम धाम और हर्षोल्लास के साथ मनाया गया दिसोम मारंग बुरु युग जाहेर आखड़ा दुवारा बाहा पर्व (तस्वीर)

 

यह भी पढ़ें 250 बीघा खेत में सिचाई संकट, पानी की कमी बनी बड़ी चुनौती

यह भी पढ़ें गिरिडीह में दर्दनाक घटना: चार वर्षीय मासूम की संदिग्ध मौत, परिजनों ने हत्या का लगाया आरोप

यह भी पढ़ें पीरटांड के पाण्डेयडीह में आपस में टकराई तीन गाड़ियां, एक महिला की मौत

 

 

 

 

 

 

 


दुमका : जामा प्रखंड के कुकुरतोपा गांव में दिसोम मारंग बुरु युग जाहेर आखड़ा दुवारा बाहा पर्व बहुत धूम धाम और हर्षोल्लास के साथ गांव के जाहेर थान में मनाया गया.बाहा पर्व तीन दिनों का होता है.प्रथम दिन को पूज्य स्थल जाहेर थान में छावनी(पुवाल का छत)बनाते है,जिसे जाहेर दाप माह कहते है.दूसरे दिन को बोंगा माह कहते है.तीसरे दिन को शरदी माह कहते है.आज बाहा पर्व का दूसरा दिन है. इस दिन को ग्रामीण गांव के नायकी(पुजारी) को  उसके आंगन से नाच-गान के साथ जाहेर थान ले जाते है.वहां पहुचने पर नायकी  बोंगा दारी(पूज्य पेड़)सारजोम पेड़(सखवा पेड़) के नीचे पूज्य स्थलों का गेह-गुरिह करते है अर्थात् गोबर और पानी से सफाई/शुद्धिकरण करते है.उसके बाद उसमे सिंदूर,काजल आदि लगाया जाता है,उसके बाद मातकोम(महवा) और सारजोम(सखवा) का फूल चढ़ाते है. बाहा पर्व में जाहेर ऐरा,मारांग बुरु,मोड़ेकू-तुरुयकू धोरोम गोसाई आदि इष्ट देवी-देवताओ के नाम बलि दिया जाता है.नायकी  सभी महिला-पुरुष,बुजुर्ग और बच्चों को सारजोम पेड़(सखवा पेड़) का फूल देते है.फूल ग्रहण करने पर सभी ग्रामीण नायकी को डोबोह(प्रणाम) करते है.जिसे पुरुष भक्त कान में और महिला भक्त बाल के खोपा में लगाते है. उसके बाद सभी ग्रामीण तुन्दाह और टमाक के थाप पर  बाहा नृत्य और गान करते है.बाहा नृत्य के बाद सभी प्रसादी ग्रहण करते है.उसके बाद ग्रामीण नायकी (पुजारी) को फिर से नाच-गान के साथ गांव ले जाते है.जहाँ नायकी गांव के सभी घरों में सारजोम (सखवा) का फूल  देते है और सभी ग्रामीण घर वाले नायकी के सम्मान में उसका पैर धोते है,नायकी के दुवारा फूल मिलते ही एक-दुसरे पर सादा पानी का बौछार करते है और इसका आनंद लेते है. तीसरे और अंतिम दिन को शरदी माह कहते है.इस दिन को पुरे गांव में ग्रामीण एक-दुसरे पर सादा पानी डालते है,नाच-गान करते है और एक-दुसरे के घर जाते है और खान-पान करते है. बाहा का शाब्दिक अर्थ फूल होता है.संताल आदिवासी बाहा पर्व सृष्टि के सम्मान में मनाते है.इसका प्रकृति और मानव के साथ सीधा सम्बन्ध है.इसी समय सभी पेड़ो में फूल भी आते है. इस पावन अवसर पर नायकी सिकंदर मुर्मू,लुखिन मुर्मू,बाबुधन टुडू,रुबिलाल मुर्मू,विनोद मुर्मू,रफ़ायल टुडू,वीरेंद्र सोरेन,श्रीलाल मुर्मू,विवेक मुर्मू,विनोद मुर्मू,मणिलाल मुर्मू, राजेन्द्र मुर्मू,लुखिराम मुर्मू,लालमुनि हेम्ब्रम,मर्शिला मरांडी,सोनोत मुर्मू,गोपीचंद राणा,एलिजाबेद हेम्ब्रम,जोबा हांसदा आदि उपस्थित थे.

Edited By: Sujit Sinha
Sujit Sinha Picture

सुजीत सिन्हा, 'समृद्ध झारखंड' की संपादकीय टीम के एक महत्वपूर्ण सदस्य हैं, जहाँ वे "सीनियर टेक्निकल एडिटर" और "न्यूज़ सब-एडिटर" के रूप में कार्यरत हैं। सुजीत झारखण्ड के गिरिडीह के रहने वालें हैं।

'समृद्ध झारखंड' के लिए वे मुख्य रूप से राजनीतिक और वैज्ञानिक हलचलों पर अपनी पैनी नजर रखते हैं और इन विषयों पर अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत करते हैं।

Latest News

हजारीबाग में ग्रामीण विकास योजनाओं की समीक्षा, उपायुक्त ने अधिकारियों को दिए सख्त निर्देश हजारीबाग में ग्रामीण विकास योजनाओं की समीक्षा, उपायुक्त ने अधिकारियों को दिए सख्त निर्देश
स्वर्णरेखा पुल निर्माण को लेकर विधायक ने उठाए सवाल, पथ निर्माण विभाग पर पक्षपात का आरोप
एमएमके हाई स्कूल, बरियातू में विज्ञान एवं कला प्रदर्शनी का भव्य आयोजन, 250 से अधिक मॉडल प्रदर्शित
साहिबगंज के प्रशांत शेखर को "सार्क 2025 अवार्ड" से सम्मानित किया जाएगा
श्री दिगम्बर जैन विद्यालय में बैडमिंटन, कैरम एवं चेस खेल का सिंगल्स व डबल्स फाइनल
झारखंड दौरे पर राष्ट्रपति, आदिवासी संस्कृति और जनसांस्कृतिक समागम में होंगी मुख्य अतिथि
प्रखण्ड स्तरीय समन्वयक समिति की बैठक आयोजित, विकास कार्यों की समीक्षा
Chaibasa News: नाबालिग से शादी का झांसा देकर यौन शोषण, आरोपी गिरफ्तार
नेपाल से आए संताल आदिवासी प्रतिनिधिमंडल का पाथरा आश्रम में पारंपरिक स्वागत, सांस्कृतिक एकता का संदेश
बीएचयू के 105वें दीक्षांत समारोह में अमन कुमार को एम.ए. हिंदी साहित्य की उपाधि
ठंड से राहत: रानीश्वर में गरीब व वृद्धजनों को मिला कंबल
उपायुक्त की अध्यक्षता में जिला अनुकंपा समिति की बैठक, 8 आवेदकों को मिली स्वीकृति