सरयू राय की चाहत पर बाबूलाल का पेंच! झारखंड एनडीए में सिर्फ भाजपा-आजसू
अपना किले को वापस पाना चाहते है रघुवर दास
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हालांकि एक दूसरी खबर यह भी है कि 9 से 10 सितम्बर को दिल्ली में भाजपा आजसू के बीच सीटों के बंटवारों पर अंतिम मुहर लगनी है. इस बैठक में अमित शाह, भाजपा के प्रदेश प्रभारी लक्ष्मीकांत वाजपेयी, चुनाव प्रभारी व केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान व सह-प्रभारी हिमंता विश्वा सरमा के साथ ही सुदेश महतो भी होंगे, लेकिन अब तक जदयू को इस बैठक लिए आमंत्रण नहीं मिला है,और यहीं से सरयू राय की उलझने बढ़ती नजर आती है.
रांची: झारखंड एनडीए के अंदर सीट शेयरिंग का मामला अभी भी फंसा नजर आ रहा है. एक तरफ चुनावी जंग की शुरुआत हो चुकी है. सियासी दलों के अंदर अपना-अपना सियासी पासा सेट करने की होड़ लगी हुई है. कमजोर कड़ियों को दूरुस्त करने की अंतिम कोशिश की जा रही है. इस सबसे बीच मजबूत पहलवानों की खोज में दूसरे दल के उम्मीदवारों पर भी नजर रखी जा रही है. दावा किया जा रहा है आने वाले दिनों में, खास कर 15 अगस्त को जमशेदपुर में पीएम मोदी की प्रस्तावित रैली के पहले एक बड़े खेल को अंजाम देने की चर्चा सियासी गलियारों में तेज है. लेकिन इस सबके बीच झारखंड के अंदर एनडीए की तस्वीर क्या होगी, इसको लेकर कुछ भी साफ नहीं है. खास कर जदयू की एंट्री से उलझने और भी बढ़ती नजर आने लगी है. चिराग पासवान की पार्टी, लोजपा और जीतन राम की पार्टी हम भी मुकाबले में उतरने को तैयार है. अपने हालिया दौरे में चिराग पासवान ने साफ कर दिया है कि यदि एनडीए खेमा में स्थान नहीं मिलता है तो फिर लोजपा झारखंड की सभी सीटों से अपने प्रत्याशी का एलान करेगी. कुछ यही स्थिति हम की है, जीतन राम मांझी की नजर भी झारखंड पर जमी हुई है.
अपना किले को वापस पाना चाहते है रघुवर दास

जदयू को लेकर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी का बयान भी सरयू राय के लिए कोई उत्साहित करने वाला नहीं है, बाबूलाल ने कहा है कि झारखंड एनडीए में फिलहाल भाजपा और आजसू ही है. जदयू का फैसला केन्द्रीय आलाकमान को करना है. यानि सरयू राय की कस्ती अभी भी बीच सफर में फंसी हुई है. और सबसे बड़ा संकट तो इस बात का है कि यदि भाजपा जदयू में सीट शेयरिंग को लेकर कोई समझौता हो भी जाता है, तो क्या उसमें पूर्वी जमशेदपुर की सीट भी होगी?
सीट शेयरिंग को लेकर 9 से 10 सितम्बर को दिल्ली में बड़ी बैठक
हालांकि एक दूसरी खबर यह भी है कि 9 से 10 सितम्बर को दिल्ली में भाजपा आजसू के बीच सीटों के बंटवारों पर अंतिम मुहर लगनी है. इस बैठक में अमित शाह, भाजपा के प्रदेश प्रभारी लक्ष्मीकांत वाजपेयी, चुनाव प्रभारी व केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान व सह-प्रभारी हिमंता विश्वा सरमा के साथ ही सुदेश महतो भी होंगे, लेकिन अब तक जदयू को इस बैठक लिए आमंत्रण नहीं मिला है,और यहीं से सरयू राय की उलझने बढ़ती नजर आती है.