Simdega News: सशक्त पंचायत: नेत्री अभियान के तहत एक दिवसीय जिला स्तरीय कार्यशाला का आयोजन
महिला नेत्री जब सशक्त होगी तब क्षेत्र का समुचित विकास संभव
कार्यक्रम में उपायुक्त ने महिलाओं की भूमिका और उनके सामाजिक महत्व को विशेष रूप से रेखांकित किया. उन्होंने कहा कि महिलाओं में क्रोध, प्रेम और नेतृत्व की अद्भुत संगम क्षमता होती है. उन्होंने रूपक के माध्यम से बताया कि लाल और सफेद रंग मिलकर गुलाबी रंग बनाते हैं, जिसे महिलाओं से जोड़ा जाता है.
सिमडेगा: राष्ट्रीय ग्राम स्वराज अभियान के तहत पंचायती राज द्वारा गांव की सरकार में शामिल महिला नेत्रियों को सशक्त करने की दिशा में सिमडेगा, नगर भवन (टाउन हॉल) में सशक्त पंचायत: नेत्री अभियान के एक दिवसीय जिला स्तरीय कार्यशाला का आयोजन किया गया.

कार्यशाला को संबोधित करते हुए जिला पंचायती राज पदाधिकारी ने कहा कि पंचायत राज निदेशालय, झारखंड द्वारा रिवेम्प्ड राष्ट्रीय ग्राम स्वराज अभियान योजना अंतर्गत सभी महिला निर्वाचित प्रतिनिधियों को सशक्त पंचायत–नेत्री अभियान के विषय पर प्रशिक्षण दिया जा रहा है. साथ ही सभी निर्वाचित महिला जनप्रतिनिधियों को प्रखंडों में प्रशिक्षण दिया जाएगा. जिसका उद्देश्य पंचायत राज संस्थाओं में महिलाओं की सक्रिय भागीदारी है. उन्होंने कहा कि सशक्त महिला का सशक्त और प्रगतिशील समाज के निर्माण में सराहनीय योगदान है. उन्होंने कहा कि महिला निर्वाचित प्रतिनिधियों को लोकतांत्रिक प्रक्रिया में आत्मविश्वासपूर्वक भाग लेने और अपने तथा अपने समुदाय से जुड़े मुद्दों को प्रभावशाली ढंग से समाधान के लिए एक सशक्त माध्यम प्रदान करना है. जब तक महिलाएं जागरूकता के साथ सक्रिय भागीदारी और नेतृत्व नहीं निभाती, तब तक सशक्तिकरण संभव नहीं है. सशक्त महिला पंचायत नेतृत्व अभियान का उद्देश्य स्थानीय स्वशासन में महिला नेत्रिओं को सशक्त करना और उनके नेतृत्व को नई ऊंचाई देना है. इसके साथ ही स्वास्थ्य, शिक्षा, पोषण, जल और स्वच्छता जैसे प्राथमिक विषयों को प्राथमिकता देकर स्थानीय शासन की गुणवत्ता और समावेशिता को बेहतर बनाना है. उन्होंने कहा कि स्थानीय निर्णय प्रक्रिया में महिलाओं की सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित करना जिससे समावेशी एवं सामुदायिक विकास को बल मिले.
कार्यक्रम में उपायुक्त ने महिलाओं की भूमिका और उनके सामाजिक महत्व को विशेष रूप से रेखांकित किया. उन्होंने कहा कि महिलाओं में क्रोध, प्रेम और नेतृत्व की अद्भुत संगम क्षमता होती है. उन्होंने रूपक के माध्यम से बताया कि लाल और सफेद रंग मिलकर गुलाबी रंग बनाते हैं, जिसे महिलाओं से जोड़ा जाता है. लाल रंग क्रोध, वहीं सफेद निर्मल,स्वच्छता का प्रतीक,गुलाबी उनकी कोमलता और शक्ति दोनों का प्रतीक है. उन्होंने महिला नेत्रियों से अपने स्त्रीत्व के गुणों को सामाजिक और प्रशासनिक कार्यों में अपनाने की अपील की.
उपायुक्त ने यह भी कहा कि जब महिलाएं सशक्त होंगी, तभी समाज में उनकी बात को गंभीरता से सुना जाएगा और उनके कार्यों में प्रसिद्धि मिलेगी. उन्होंने सभी महिला प्रतिनिधियों से आग्रह किया कि वे संविधान और राज्य सरकार द्वारा प्रदान की गई शक्तियों का समुचित उपयोग करें तथा अपने ज्ञान को निरंतर बढ़ाते रहें.उन्होंने यह विश्वास जताया कि जब महिलाएं ज्ञान और अधिकार दोनों में सशक्त होंगी, तब वे समाज को एक समावेशी, संवेदनशील और संतुलित दिशा में ले जा सकेंगी.
इस दौरान उप विकास आयुक्त ने पंचायती राज व्यवस्था की महत्ता को रेखांकित करते हुए महिला जनप्रतिनिधियों को इसे भली-भांति समझने और आत्मसात करने की सलाह दी. उन्होंने संविधान के 73वें संशोधन, झारखंड पंचायती राज अधिनियम तथा संबंधित नियमावली का गहन अध्ययन करने पर बल दिया, ताकि महिलाएं अपनी जिम्मेदारियों को अधिक प्रभावी ढंग से निभा सकें. उप विकास आयुक्त ने जनप्रतिनिधियों को सरकारी फंड के अलावा स्थानीय स्तर पर उपलब्ध संसाधनों जैसे पेयजल, पर्यटन और अन्य संसाधनों के माध्यम से बाजारों से भी फंड इकट्ठा कर क्षेत्र के विकास हेतु पहल करने को कहा.
कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य महिलाओं को नेतृत्व क्षमता विकसित करने, नीति-निर्माण की प्रक्रिया में भागीदारी बढ़ाने तथा पंचायती राज व्यवस्था में सक्रिय भूमिका निभाने के लिए प्रेरित करना था. इस तरह महिला सशक्तिकरण के माध्यम से एक समावेशी एवं प्रगतिशील समाज की नींव रखी जा सकेगी.
कार्यक्रम की शुरुआत कंचन सिंह उपायुक्त सिमडेगा, दीपांकर चौधरी उप विकास आयुक्त, दयानंद कार्जी पंचायती राज अधिकारी, रोस प्रतिमा सोरेंग जिला परिषद अध्यक्ष, सोनी पैंकरा जिला परिषद उपाध्यक्ष, जोखिमा खाखा जिप सदस्य, शांति बाला केरकेट्टा जिप सदस्य आदि सहित ने दीप प्रज्ज्वलित कर किया.
कार्यक्रम में उपस्थित सभी अतिथियों को पौधा देकर जिला पंचायती राज पदाधिकारी ने स्वागत किया. वहीं जेएसएलपीएस की दीदी द्वारा भी स्वागत गान के माध्यम से अतिथियों का स्वागत किया गया.
मौके पर जिला जन-संपर्क पदाधिकारी पलटू महतो, जिला नियोजन पदाधिकारी आशा मैक्सिमा लकड़ा, प्रखंड विकास पदाधिकारी केरसई ज्ञानमणी एक्का, सहित जिला परिषद सदस्यगण, प्रमुख गण,पंचायत समिति सदस्य, मुखिया एवं वार्ड सदस्य सहित अन्य उपस्थित थे.
सुजीत सिन्हा, 'समृद्ध झारखंड' की संपादकीय टीम के एक महत्वपूर्ण सदस्य हैं, जहाँ वे "सीनियर टेक्निकल एडिटर" और "न्यूज़ सब-एडिटर" के रूप में कार्यरत हैं। सुजीत झारखण्ड के गिरिडीह के रहने वालें हैं।
'समृद्ध झारखंड' के लिए वे मुख्य रूप से राजनीतिक और वैज्ञानिक हलचलों पर अपनी पैनी नजर रखते हैं और इन विषयों पर अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत करते हैं।
