मंत्री सुदिव्य कुमार ने आइआइटी, स्किल और फिनटेक युनिवर्सिटी की केंद्र से की मांग
राज्य में एक लाख की आबादी पर महज आठ कॉलेज उपलब्ध
रांची में आइआइटी, स्किल युनिवर्सिटी और फिनटेक युनिवर्सिटी एव, उन्होंने राज्य में उच्च शिक्षा में ग्रास इनरालमेंट रेशियो तथा कालेजों का घनत्व कम होने का हवाला देते हुए कई संस्थानों की स्थापना के लिए आर्थिक सहायता की केंद्र से मांग की
रांची: राज्य में उच्च शिक्षा के विकास के लिए झारखंड के उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री सुदिव्य कुमार ने मंगलवार को नई दिल्ली में केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान से मुलाकात कर कई प्रस्ताव दिए. उन्होंने रांची में आइआइटी, स्किल युनिवर्सिटी और फिनटेक युनिवर्सिटी एव, उन्होंने राज्य में उच्च शिक्षा में ग्रास इनरालमेंट रेशियो तथा कालेजों का घनत्व कम होने का हवाला देते हुए कई संस्थानों की स्थापना के लिए आर्थिक सहायता की केंद्र से मांग की. उन्होंने केंद्रीय शिक्षा मंत्री को बताया कि झारखंड में उच्च शिक्षा में ग्रास इनरालमेंट रेशियो 18.3 प्रतिशत ही है. साथ ही यहां एक लाख की आबादी पर महज आठ कॉलेज उपलब्ध हैं.

स्वदेश दर्शन 2.0 योजना के अंतर्गत, IITM मॉडल के तर्ज पर्यटन संस्थान की स्थापना की मांग
स्वदेश दर्शन 2.0 योजना के अंतर्गत चांडिल, नेतरहाट एवं तेनुघाट में ईको टूरिज्म परियोजनाओं के विकास के लिए एवं आर्थिक सहयोग का अनुरोध के लिए राज्य के पर्यटन एवं कला संस्कृति मंत्री ने केंद्रीय पर्यटन मंत्री से मुलाकात की. साथ ही IITM मॉडल की तर्ज पर झारखंड में भी पर्यटन संस्थान की स्थापना की मांग की. उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय पर्यटन मेलों के आयोजन के लिए केंद्रीय पर्यटन मंत्रालय और राज्य सरकार के संयुक्त तत्वावधान में कार्य हो. पुरातात्विक एवं विरासत स्थलों के संरक्षण की दिशा में केंद्र से सहयोग का अनुरोध भी किया.
केन्द्रीय मंत्री से शहरी विकास के मुद्दों पर भी चर्चा
नमामि गंगे परियोजना के अंतर्गत झारखंड के गंगा तटीय नगरों में एसटीपी, इंटरसेप्शन और डायवर्सन कार्य तथा लिक्विड वेस्ट मेनेजमेंट यूनिट की स्थापना और दामोदर घाटी निगम से झारखंड के लिए जल आवंटन प्रक्रिया को शीघ्र पूर्ण करने का अनुरोध मंत्री सुदिव्य कुमार सोनू और साहिबगंज सांसद विजय कुमार हांसदा ने मंगलवार को नई दिल्ली में केंद्रीय आवासन एवं शहरी कार्य मंत्री मनोहर लाल खट्टर से भी मुलाकात कर की.
एजुकेशन लोन स्कीम के तहत राज्य को 231.72 करोड़ रुपये क्षति होने का दावा
झारखंड के मंत्री ने एजुकेशन लोन स्कीम के तहत राज्य को 231.72 करोड़ रुपये क्षति होने का दावा किया. उनके अनुसार, अधिकांश ऋण अन्य राज्यों के संस्थानों को देने से झारखंड को यह क्षति हुई है. उन्होंने राज्य हित में केंद्र से अपेक्षित सहयोग का अनुरोध करते हुए विश्वास व्यक्त किया कि केंद्र और राज्य सरकार की साझेदारी से झारखंड में उच्च शिक्षा में विकास होगा.
सुजीत सिन्हा, 'समृद्ध झारखंड' की संपादकीय टीम के एक महत्वपूर्ण सदस्य हैं, जहाँ वे "सीनियर टेक्निकल एडिटर" और "न्यूज़ सब-एडिटर" के रूप में कार्यरत हैं। सुजीत झारखण्ड के गिरिडीह के रहने वालें हैं।
'समृद्ध झारखंड' के लिए वे मुख्य रूप से राजनीतिक और वैज्ञानिक हलचलों पर अपनी पैनी नजर रखते हैं और इन विषयों पर अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत करते हैं।
