झारखंड के मजदूर की चैन्नई में मौत, शव मंगवाने की सरकार से लगाई गुहार
घर का एकलौता कमाऊ शख्स था सरजू
झारखंड के नौजवानों की मौत के मुंह में समा जाने की यह पहली घटना नहीं है. इससे पहले भी कई लोगों की मौत हो चुकी है. रोजी-रोटी की तलाश में परदेस गये प्रवासी झारखंडी मजदूरों की मौत का सिलसिला जारी है.
हजारीबाग: प्रवासी मजदूरों की मौत का सिलसिला थमता नजर नहीं आ रहा है. इसी क्रम में हजारीबाग जिले के बिष्णुगढ थाना क्षेत्र अंतर्गत जोबार फुसरो के मजदूर की चैन्नई में रविवार को मौत हो गयी. मौत के बाद परिजनों ने उनके अंतिम दर्शन के लिए सरकार से गुहार लगाई है. बिष्णुगढ थाना क्षेत्र अंतर्गत जोबार फुसरो निवासी कोकील महतो के पुत्र सरजू कुमार महतो की चैन्नई में मौत हो गयी.मौत की सूचना मिलते ही परिजनो का रो-रोकर बुरा हाल हैं. गांव वाले भी शोक में हैं. मृतक सरजू कुमार महतो चैन्नई में इलेक्ट्रो स्टील टेस्टिंग राधा रानी इंटरप्राइजेज कंपनी में काम करता था. वह घर का एकलौता कमाऊ व्यक्ति था. घर की आर्थिक स्थिति ठीक नही होने से चैन्नई से शव लाने में असमर्थ हैं.
इस घटना को लेकर प्रवासी मजदूरों के हित में कार्य करने वाले समाजसेवी सिकन्दर अली ने संवेदना प्रकट की है. उन्होंने सरकार से चैन्नई से उचित मुआवजे के साथ शव लाने की अपील करते हुए कहा कि झारखंड के नौजवानों की मौत के मुंह में समा जाने की यह पहली घटना नहीं है. इससे पहले भी कई लोगों की मौत हो चुकी है. रोजी-रोटी की तलाश में परदेस गये प्रवासी झारखंडी मजदूरों की मौत का सिलसिला जारी है. हर रोज झारखंड के किसी न किसी इलाके से प्रवासी मजदूर की दूसरे राज्यों या विदेश में मौत की खबरें आ रही है. राज्य सरकार को झारखंड में ही रोजगार की व्यवस्था करनी चाहिए ताकि मजदूरों का पलायन रोका जा सके.