हेमंत सोरेन महिलाओं को सशक्त बनाने का कर रहे हैं काम : कल्पना सोरेन
तमाड़ से शुरू हुई मंईयां सम्मान यात्रा के दूसरे चरण की यात्रा
तमाड़ के तोड़ांग मैदान में आयोजित कार्यक्रम को बेबी देवी, मंत्री, महिला,बाल विकास एवं सामाजिक सुरक्षा विभाग, दीपिका पांडेय मंत्री, कृषि पशुपालन एवं सहकारिता विभाग, विधायक कल्पना मुर्मू सोरेन एवं माननीय विधायक विकास मुंडा ने किया संबोधित.
तमाड़: मंईयां सम्मान यात्रा के दूसरे चरण की शुरुआत दक्षिणी छोटानागपुर प्रमंडल के राँची जिला के तमाड़ स्थित तोड़ांग मैदान से शनिवार को हुई. मंईयाँ सम्मान यात्रा के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में मंत्री बेबी देवी ने कहा कि मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन की सोच है कि महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनायें. इसी कारण उन्होंने झारखंड मुख्यमंत्री मंईयाँ सम्मान योजना को धरातल पर उतारा है,जिससे महिलाएँ आर्थिक रूप से सशक्त हो रही हैं .उन्होंने महिलाओं को संबोधित करते हुए कहा कि आपके खाते में झारखंड मुख्यमंत्री मंईयाँ सम्मान योजना की राशि की दो किस्त जा चुकी है. अब तीसरी किस्त भेजने की तैयारी है .आने वाले त्योहारों में आप ख़रीदारी करें .बच्चों के लिए ख़रीदारी करें .ख़ुश रहे हैं ,कुशल रहे ,यही हमारी कामना है .
झारखंड की महिलाओं के साथ खड़े हैं झारखंड के मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन: दीपिका पांडेय
कृषि मंत्री दीपिका पांडेय सिंह ने कहा कि कोई महिला ख़ुद के लिए खड़ी हो, तो समाज में बहुत बड़े बदलाव हो सकते हैं और झारखंड की महिलाओं के साथ तो झारखंड के मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन खड़े हैं. वे महिलाओं को सशक्त ,आत्मनिर्भर और मज़बूत बनाने की दिशा में काम कर रहे हैं. पिछले दो महीने के अंदर ही झारखंड की आधी आबादी को सम्मान देने का, सशक्त बनाने का और उन्हें जागरूक करने का प्रयास किया गया है. उन्होंने कहा कि नारी शक्ति की ताक़त से ही हम आपके बीच आ रहे हैं. मंईयाँ सम्मान यात्रा के करण ही हमें मौक़ा मिला झारखंड के हर कोने में जाकर माताओं, बहनों से बात करने का, उनसे जुड़ने का. यह मुख्यमंत्री श्री हेमन्त सोरेन की ही सोच थी की आपसे जुड़ा जाए,आपका आभार प्रकट किया जाए.
मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन की सोच है कि महिलाएं सशक्त हों: विकास मुंडा
तमाड़ विधायक विकास मुंडा ने कहा कि मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन की सोच है कि महिलाएं सशक्त हों. महिला सशक्तिकरण की दिशा में एक क़दम बढ़ाते हुए वह झारखंड मुख्यमंत्री मंईयाँ सम्मान योजना लेकर आए हैं और इसे धरातल पर उतारने का काम किया है. झारखंड की आधी आबादी के मनोबल को ऊँचा रखने के लिए यह योजना लागू भी की गई है. उन्होंने कहा कि किसी भी योजना को लागू करने के लिए और उसे धरातल पर उतारने के लिए इच्छाशक्ति का होना बहुत ज़रूरी है और आपके चहेते मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन में वो इच्छाशक्ति है.ये आपकी सरकार है ,आपके मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन आपके हित को ध्यान में रख कर योजनाएं बना रहे हैं .उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन के नेतृत्व में झारखंड में इतनी सारी योजनाएं चल रही हैं कि गिनते-गिनते थक जाऊँगा. मुख्यमंत्री सर्वजन पेंशन,अबुआ आवास योजना,सावित्रीबाई फुले किशोरी योजना जैसी योजनाओं की शुरुआत कर झारखंड वासियों को इन योजनाओं से जोड़ रहे हैं. राज्य की हर महिला आत्मनिर्भर बने, इसी सोच के साथ झारखंड मुख्यमंत्री मंईयाँ सम्मान योजना की शुरुआत की गई है.
झारखंड मुख्यमंत्री मंईयाँ सम्मान योजना नारी शक्ति के नाम: कल्पना सोरेन
माननीय विधायक कल्पना सोरेन ने कार्यक्रम में आयीं हजारों महिलाओं को जोहार कहते हुए कहा कि जोहार हमें अपनी परंपरा,संस्कृति से जोड़ना सिखाता है. महिलाएं अपने मान-सम्मान के लिए संगठित होकर अपनी आवाज़ बुलंद करें. उन्होंने कहा कि झारखंड के जिस कोने में भी आप जाएँगे आपको वीर शहीद जरूर मिल जाएँगे. ये वीर शहीदों की भूमि है, जिन्होंने अपने घर,परिवार की परवाह किए बग़ैर अपने प्राण न्योछावर कर दिये. जिस कारण आज हम झारखंड की भूमि पर खड़े है और गर्व से ख़ुद को झारखंडी कहते हैं. हमे उन सभी वीर शहीदों को नमन करते हुए उनसे प्रेरणा लेकर आगे बढ़ना चाहिए. ऐसी ही कुछ सोच झारखंड के ऊर्जावान मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन की है, जो झारखंड और झारखंड की आधी आबादी यहाँ की महिलाओं को सशक्त बनाने का काम कर रहे हैं .
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन के नेतृत्व में झारखंड सरकार के बनते ही पहली कैबिनेट में आदिवासियों पर लगे क़रीब 10 हज़ार केस हटाने का काम किया. उन्हें आदिवासियों की चिंता है. वह आदिवासी भाई-बहन की आवाज़ को सशक्त करना चाहते हैं और इस दिशा में निरंतर प्रयासरत हैं. उन्होंने कहा कि मंईयाँ सम्मान यात्रा के पहले चरण से बहुत कुछ सीखने को मिला. हमें झारखंड के हर कोने में जाने का मौका मिला. अलग- अलग संस्कृति , रीति-रिवाज को जानने का अवसर मिला. महिलाओं से जुड़ने का मौक़ा मिला. उन्होंने कहा कि झारखंड बनने के बाद पहली बार आधी आबादी के लिए किसी ने सोचा, तो वह हैं आपके अपने मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन, जो झारखंड मुख्यमंत्री मंईयाँ सम्मान योजना लेकर आए हैं . इस योजना से मिलने वाली राशि महज राशि नहीं हैं, बल्कि ये आपका सम्मान है .इस योजना से पहली बार महिलाओं को आर्थिक एवं मानसिक रूप से सशक्त बनाने का काम किया गया है.
उन्होंने कहा कि सरकार ने जल सहिया का मानदेय बढ़ाने का काम किया. चाहे स्वास्थ्यकर्मी हो या पोषण सखी हों, सबके बारे में सोचा गया है. जेएसएलपीएस की लाखो बहनों के लिए 11 हज़ार करोड़ का क्रेडिट लिंक उपलब्ध कराने का काम किया है, ताकि वे मज़बूत हों और अपनी आस पास की महिलाओं को भी मज़बूत करें. किसान ऋण सरकार ने माफ़ कर उनका बकाया जीरो कर दिया. बकाया बिजली बिल माफ़ किया है. उन्होंने कहा कि हम सिर्फ़ बोलते ही नहीं हैं ,बल्कि कर दिखाते हैं.आपके चेहरे पर चमक देखने के लिए हम इतनी दूर से आए हैं. झारखंड में आपके चेहरे पर सम्मान की चमक रहे, यही मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन चाहते हैं. झारखंड मुख्यमंत्री मंईयाँ सम्मान योजना नारी शक्ति के नाम है.
कार्यक्रम में रांची के उपायुक्त मंजूनाथ भजंत्री,अप विकास आयुक्त सहित विभिन्न विभागों के पदाधिकारीगण एवं हज़ारों की संख्या में महिलाएँ उपस्थित थीं.