सीएम साहब मुझे असामाजिक तत्वों से बचाएं या मरने की इजाजत दें: राफिया
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रांची: चारों ओर से हताश हो चुकी योग शिक्षिका राफिया नाज ने प्रदेश के मुख्यमंत्री रघुवर दास को पत्र लिखकर अपने लिये मौत की मांग की है। राफिया ने सीएम को लिखा है कि हर वक्त खौफ के साये में जी रही है और ऐसी दहशत बनी हुई है कि पता नहीं कब कौन जान से मार दे ? आये दिन मिलने वाली धमकियों, गालियों व प्रताडना से तंग आ चुकी हूं और ऐसे तड़प- तड़प के मरने से बेहतर है कि कानून इसकी इजाजत दे दें। या फिर आप न्याय दें।
गौरतलब हो कि इससे पूर्व भी राफिया के साथ ऐसा हो चुका है और प्रशासनिक मदद भी दी गई है। उसने पत्र में लिखा है कि असामाजिक तत्वों ने मेरा सड़क पर चलना तक दुभर कर दिया है। बार- बार जान से मारने की धमकी देने के साथ- साथ अपशब्द कहें जाते हैं। मैंने इसकी शिकायत स्थानीय थाना को की, लेकिन कोई मदद नही मिली। पुलिस के रवैये के कारण असामाजिक तत्वों का मनोबल बढ़ गया है और वे न सिर्फ मुझे बल्कि परिवार वालों को भी लगातार क्षति पंहुचाने का काम कर रहे हैं।
राफिया ने अपने पत्र में विगत घटनाओं की जानकारी देते हुए लिखा है कि 20 जून 2017 को अज्ञात लोगों द्वारा हमला किया गया था। 04 दिसम्बर 2017 को डोरंडा में इसकी सनहा दर्ज कराने पहुंची लेकिन मुझे अपशब्द कहकर भगा दिया गया। 2015 से ही मुझ पर हमला किया जा रहा है। आये दिन मुझे धमकी और भद्दी- भद्दी गालियां दी जाती हैं। राफिया ने सीएम से सवाल करते हुए लिखा है कि क्या योगा करना गुनाह है ? क्या भारतीय संस्कृति पर चलना गुनाह है ? क्या स्वंतत्र भारत में स्वतंत्रता के साथ जीना गुनाह है ? राफिया ने लिखा है कि 52 बार गोल्ड मेडलिस्ट रह चुकी हूं व बच्चों को निःशुल्क योगा सिखा रही हूं, लेकिन कुछ असामाजिक तत्वों को यह पसंद नहीं, बार- बार मुझे जान से मारने की धमकी दी जा रही है।
Edited By: Samridh Jharkhand
