धनबाद में भवन प्रमंडल के 146 टेंडरों की ठेकेदारों के बीच खुलेआम बंदरबांट: बाबूलाल
बाबूलाल का आरोप- पुलिस की मौजूदगी में हुआ 20 करोड़ का टेंडर मैनेज
बाबूलाल मरांडी ने लिखा, ठेकेदारों को ठेका मिलने के एवज में कथित तौर पर मोटी रकम देने को कहा गया, जिसके बाद नाम तय किए गए. इस दौरान खुलेआम लेन-देन की तस्वीरें सामने आई हैं, जो बेहद चिंताजनक हैं.
रांची: धनबाद में भवन प्रमंडल के 146 टेंडरों को लेकर बड़े पैमाने पर धांधली का मामला सामने आया है, जहां टेंडर प्रक्रिया की पारदर्शिता पर अब सवाल उठ रहे हैं. ठेकेदारों के बीच टेंडरों की बंदरबांट खुलेआम हुई, जिसमें पुलिस की मौजूदगी में ही 20 करोड़ रुपये के टेंडर मैनेज करने की सहमति बनी. उक्त बातें भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने अपने सोशल मीडिया हैंडल एक्स पर पोस्ट कर साझा की है.
उन्होंने आगे लिखा है कि ठेकेदारों को ठेका मिलने के एवज में कथित तौर पर मोटी रकम देने को कहा गया, जिसके बाद नाम तय किए गए. इस दौरान खुलेआम लेन-देन की तस्वीरें सामने आई हैं, जो बेहद चिंताजनक हैं. सरकारी कामकाज में ईमानदारी और पारदर्शिता की उम्मीद के विपरीत यह घटना व्यवस्था की कमजोरियों को उजागर करती है, जिसने आम जनता के विश्वास को झकझोर दिया है.
इस मामले ने उन गरीब और जरूरतमंद लोगों के हितों को आहत किया है, जो विकास कार्यों के सही तरीके से लागू होने पर निर्भर रहते हैं. यह सिर्फ भ्रष्टाचार का एक उदाहरण भर नहीं, बल्कि जनता के अधिकारों और संसाधनों के दुरुपयोग का गंभीर मामला है. हेमंत सरकार में झारखंड के हर होने में भ्रष्टाचार व्याप्त है, कर्मचारी से अधिकारी तक, विधायक से लेकर मुख्यमंत्री तक सभी भ्रष्टाचार के दलदल में पूरी तरह डूबे हुए हैं. ऐसे में प्रदेश की जनता न्याय की उम्मीद भी करे, तो आखिर किससे! यह सवाल झारखंड के हर गली मोहल्ले में गूंज रहा है.
धनबाद में भवन प्रमंडल के 146 टेंडरों को लेकर बड़े पैमाने पर धांधली का मामला सामने आया है, जहां टेंडर प्रक्रिया की पारदर्शिता पर अब सवाल उठ रहे हैं। ठेकेदारों के बीच टेंडरों की बंदरबांट खुलेआम हुई, जिसमें पुलिस की मौजूदगी में ही 20 करोड़ रुपये के टेंडर मैनेज करने की सहमति बनी।… pic.twitter.com/mR1y8CPtII
— Babulal Marandi (@yourBabulal) December 17, 2024