सरयू राय ने लिखा उपायुक्त को पत्र, सामुदायिक भवनों से कब्जा हटाने की प्राथमिकता
रैन बसेरों और कौशल विकास भवन पर भी असामाजिक तत्वों का कब्जा
उपायुक्त को लिखे पत्र में विधायक सरयू राय ने कहा है कि 5 जुलाई को क्षेत्र भ्रमण के दौरान उन्होंने पाया कि कदमा क्षेत्र में कतिपय सामुदायिक भवनों, रैन बसेरों और कौशल विकास भवन पर असामाजिक तत्वों का कब्जा है
जमशेदपुर: कदमा में दो सामुदायिक भवनों और एक कौशल विकास केंद्र पर कब्जे के बारे में पूर्वी सिंहभूम के उपायुक्त को पत्र लिख कर जमशेदपुर पश्चिमी के विधायक सरयू राय ने ध्यान आकृष्ट कराया है. विधायक ने उपायुक्त से इन सामुदायिक/सरकारी भवनों को कब्जे से मुक्त कराने का आग्रह किया है.

सरयू राय ने पत्र में लिखा कि कदमा के शास्त्रीनगर, रोड नं. 5 में नानकी बाबा मंदिर के समीप सरकारी मद से निर्मित रैन बसेरा और स्वर्णवाणिक/विश्वकर्मा समाज के सामुदायिक भवन पर कुछ लोगों ने अवैध कब्जा कर रखा है उसका व्यवासायिक उपयोग कर रहे हैं. ऐसे ही कदमा के ही शास्त्रीनगर के रोड नं. 4 में मिलन समिति मैदान में निर्मित सामुदायिक भवन में एक राजनीतिक पार्टी का बैनर-झंडा लगाकर राजनीतिक पार्टी के भवन का रूप में इस्तेमाल किया जा रहा है. कदमा के ही मैरीन ड्राइव में घोड़ा बाबा चौक के समीप स्थित कौशल विकास केन्द्र में कुछ असामाजिक तत्वों द्वारा अवैध रूप से कब्जा कर इसका व्यावसायिक उपयोग किया जा रहा है. यहां सरकारी मद से तीन दुकानों का निर्माण किया गया है परंतु दुकानें ये बंद हैं, किसी को आवंटित नहीं हैं. इन दुकानों के बंद दरवाजों के प्लेटफार्म पर भी कूड़ा-कचरा का व्यवसाय किया जा रहा है. इन दुकानों का विधिसम्मत आवंटन किया जाना चाहिए और कौशल विकास केन्द्र के लिए निर्मित भवन को कब्जा मुक्त कराकर इसका सही उपयोग किया जाना चाहिए.
उन्होंने आगे लिखा कि खरकई नदी के किनारे पूर्व विधायक बन्ना गुप्ता की अनुशंसा पर दो छठ घाट द्वार बनवाए जा रहे हैं. भ्रमण के दौरान उनके साथ कदमा क्षेत्र के दुर्गा पूजा समिति के अनेक जिम्मेदार पदाधिकारी भी थे. इन प्रवेश द्वारों के निर्माण से दुर्गा पूजा के समय प्रतिमा विसर्जन में कोई बाधा नहीं आएगी, ऐसा अभिमत था. अतः यह छठ घाट द्वार पूरा हो जाए तो बेहतर होगा.
सुजीत सिन्हा, 'समृद्ध झारखंड' की संपादकीय टीम के एक महत्वपूर्ण सदस्य हैं, जहाँ वे "सीनियर टेक्निकल एडिटर" और "न्यूज़ सब-एडिटर" के रूप में कार्यरत हैं। सुजीत झारखण्ड के गिरिडीह के रहने वालें हैं।
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