25 लाख के टर्नओवर वाले लोग भी बीपीएल के तहत ले रहे राशन का लाभ, आधार लिंक ने खोला राज
अयोग्य कार्डधारी का राशन कार्ड से हटेगा नाम
हजारीबाग: राशन कार्ड में आधार नम्बर लिंक होने के बाद जिले में चौकाने वाले आकंड़े सामने आए हैं. हाल में हुए प्रशासनिक जांच में यह पाया गया है कि झारखण्ड में कई परिवारों जिनकी कमाई सालाना लाखों रुपये में है और जो लोग चार पहिया वाहन से चलते हैं वह भी गरीबों को सस्ती दर पर मिलने वाले अनाज का लाभ हर माह ले रहे हैं. पुरे भारत में बीपीएल (गरीबी रेखा से नीचे) योजना का उद्देश्य गरीबों को सस्ती दर पर अनाज उपलब्ध कराना है परन्तु अमीर और अपात्र लोग इसका लाभ उठा रहे हैं. यह खुलासा तब हुआ जब आधार कार्ड को राशन कार्ड से लिंक किया गया. इस आकड़े के देखने के बाद अधिकारी भौचक्के रह गए.

जिले में 2.47 लाख राशनकार्ड धारी
दैनिक जागरण में छपी रिपोर्ट के अनुसार हजारीबाग जिले में 2.47 लाख राशनकार्डधारी हैं. इसमें अब तक करीब 80 प्रतिशत लोगों ने ही राशन कार्ड को आधार से लिंक करवाया है. सबसे बड़ी बात यह है कि अमीरों के द्वारा गरीबों की हकमारी की वजह से 1000 से अधिक लोगों के कार्ड रिक्तियां न रहने की वजह से लंबित है. ऐसे में अयोग्य लोगों के नाम राशन कार्ड से हटने के बाद इन लोगों का नाम आसानी से जुड़ सकेगा.
हजारीबाग जिला आपूर्ति पदाधिकारी सुधीर कुमार ने बताया कि आधार लिंक होने के बाद हमने जैसे ही आंकड़े खंगालें तो यह देखकर हैरानी हुई कि जो लोग सरकारी योजनाओं के दायरे में बिल्कुल नहीं आते हैं, वही लोग गरीबों का हक पर डाका डाल रहे हैं. अब इनकी सूची बनाई जा रही है और कार्ड रद्द करने की प्रक्रिया तेज कर दी गई है. पूरे राज्य में यह अभियान चल रहा है.
सुजीत सिन्हा, 'समृद्ध झारखंड' की संपादकीय टीम के एक महत्वपूर्ण सदस्य हैं, जहाँ वे "सीनियर टेक्निकल एडिटर" और "न्यूज़ सब-एडिटर" के रूप में कार्यरत हैं। सुजीत झारखण्ड के गिरिडीह के रहने वालें हैं।
'समृद्ध झारखंड' के लिए वे मुख्य रूप से राजनीतिक और वैज्ञानिक हलचलों पर अपनी पैनी नजर रखते हैं और इन विषयों पर अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत करते हैं।
