कोरोना का टीका लगाने में धनबाद में भी दोहरा दी यूपी वाली कहानी, कोवैक्सीन की जगह दूसरी डोज दे दी कोविशिल्ड
धनबाद : झारखंड के धनबाद के सदर अस्पताल में कोरोना वैक्सीन लगाने में बड़ी लापरवाही सामने आयी है। यहां एक महिला को कोवैक्सीन की जगह दूसरी डोज कोविशिल्ड की दे दी गयी। मालूम हो कि इस तरह की खबरें उत्तरप्रदेश से आयी थी, जहां कुछ ग्रामीणों को कोविड19 की दोनों अलग-अलग डोज दे दी गयी थी। उत्तरप्रदेश के सिद्धार्थनगर में 20 लोगो को कोरोना के पहले डोज व दूसरे डोज की अलग-अलग डोज दे दी गयी थी। ऐसा इस साल मई में किया गया था।

धनबाद के हीरापुर की रहने वाली महिला श्रुति शर्मा गुरुवार को कोविड का इंजेक्शन लेने सदर अस्पताल गयी थीं। वहां उन्होंने स्वास्थ्य कर्मियों को एक माह पूर्व कोवैक्सीन की पहली डोज देने का सर्टिफिकेट दिखाया और दूसरी डोज के लिए आग्रह किया। इसके बावजूद स्वास्थ्य कर्मियों ने बड़ी लापरवाही करते हुए उन्हें कोविशिल्ड का इंजेक्शन दे दिया। ऐसा किए जाने के बाद अस्पताल में हंगामा मच गया। महिला के परिजनों को जब इसकी जानकारी मिली तो वे अस्पताल में हंगामा करने लगे।
इसके बाद महिला को डॉक्टरों की निगरानी में रखा गया। हालांकि गलत टीका दिए जाने का उस पर कोई प्रतिकूल प्रभाव अबतक नहीं दिखा है।
गुरुवार को विशेषज्ञों की बैठक में वैक्सीन मिक्सिंग पर चर्चा
केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन (सीडीएससीओ) की विषय विशेषज्ञ समिति (एसइसी) की गुरुवार को बैठक हुई थी, जिसमें कोविड 19 को लेकर कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्च हुई। इसमें एक विषय कोरोना वैक्सीन की अलग-अलग डोज के मिक्सिंग पर भी चर्चा हुई।
सीएनएन-टीवी 18 ने सूत्रों के हवाले से खबर दी है कि एसइसी दो अलग-अलग वैक्सीन कोविशील्ड व कोवैक्सीन की खुराक को मिलाने के पक्ष में है। इस मामले को सीएमसी वेल्लोर को सौंपा गया है, वह मिस्क एंड मैच का अध्ययन व क्लिनिकल ट्रायल करेगा।
दो अलग-अलग स्वेदशी टीकों का भारत में पहला मिक्स एवं मैच अध्ययन होगा। विशेषज्ञों के एक वर्ग ने इस बात की पैरवी की है कि दो अलग-अलग विकसित टीकों का उपयोग करने से उसके लाभार्थी की बेहतर प्रतिरक्षा प्रणाली विकसित हो सकती है। इस रणनीति का उपयोग पहले इबोला एवं एड्स जैसी बीमारियों में किया गया है।
