पंजाब चुनाव के लिए मायावती ने शिरोमणि अकाली दल से किया गठबंधन का ऐलान

चंडीगढ़ : बहुजन समाज पार्टी की अध्यक्ष मायावती ने पंजाब विधानसभा चुनाव के लिए पंजाब की मुख्य विपक्षी पार्टी शिरोमणि अकाली दल से गठबंधन का ऐलन किया। मायावती ने मंगलवार को एलान किया कि आज शिरोमणि अकाली दल की 100वीं वर्षगांठ है। अकाली दल भारत की सबसे पुरानी क्षेत्रीय पार्टी है जो पंजाब की जनता के लिए संघर्ष करती रही है, मैं कामना करती हूं कि अगले वर्ष पंजाब में होने वाले आम चुनाव में यहां बीएसपी-अकाली दल के गठबंधन की पूर्ण बहुमत की सरकार बने।

आज शिरोमणि अकाली दल की 100वीं वर्षगांठ है। अकाली दल भारत की सबसे पुरानी क्षेत्रीय पार्टी है जो पंजाब की जनता के लिए संघर्ष करती रही है… मैं कामना करती हूं कि अगले वर्ष पंजाब में होने वाले आम चुनाव में यहां BSP-अकाली दल के गठबंधन की
पूर्ण बहुमत की सरकार बनें: BSP प्रमुख मायावती pic.twitter.com/WQ12OqRm1A— ANI_HindiNews (@AHindinews) December 14, 2021
मायावती ने कहा, यहां कुछ पार्टियों द्वारा एक सीट पर कई लोगों को सीट का आश्वासन देकर भीड़ इकट्ठा की जा रही है। केंद्र और उत्तरप्रदेश सरकार द्वारा हर दिन प्रदेश में की जा रही ताबड़तोड़ घोषणाएं, अधकच्चे कार्यों के उद्घाटन एवं लोकार्पण से भी इनका जनाधार बढ़ने वाला नहीं है।
यहां कुछ पार्टियों द्वारा एक सीट पर कई लोगों को सीट का आश्वासन देकर भीड़ इकट्ठा की जा रही है। केंद्र और उ.प्र. सरकार द्वारा हर दिन प्रदेश में की जा रही ताबड़तोड़ घोषणाएं, अधकच्चे कार्यों के उद्घाटन एवं लोकार्पण से भी इनका जनाधार बढ़ने वाला नहीं है: BSP प्रमुख मायावती https://t.co/fmyJIubYl4
— ANI_HindiNews (@AHindinews) December 14, 2021
मालूम हो कि अकाली दल भाजपा की पुरानी सहयोगी रही है, लेकिन पिछले साल मोदी सरकार द्वारा लाए गए तीन कृषि कानून के खिलाफ न सिर्फ केंद्र की सरकार से यह पार्टी अलग हो गयी बल्कि अपना गठबंधन भी तोड़ दिया। अकाली कोटे से केंद्र सरकार में उसकी नेता हरसिमरत कौर बादल मंत्री थीं।
उधर, कांग्रेस से अलग हुए राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टर अमरिंदर सिंह ने नयी पार्टी बनायी है और वो भारतीय जनता पार्टी के साथ गठजोड़ कर चुनाव लड़ने की तैयारी में हैं। वहीं, आम आदमी पार्टी में खम ठोक रही है। ऐसे में राज्य में चतुष्कोणीय मुकाबले के आसार हैं।