Maha kumbh 2025: पौष पूर्णिमा स्नान के साथ शुरू हुआ धर्म और आध्यात्म का महाकुम्भ, पहले ही दिन 80 लाख का आकडा पार
लाखों की संख्या में श्रद्धालु संगम में स्नान कर रहे हैं

घाटों पर सुरक्षा के खास इंतजामघाटों पर सुरक्षा के लिहाज से जल पुलिस और एनडीआरएफ की तैनाती की गई है।स्नान घाटों पर गंगा और यमुना के जलधारा में डीप वाटर बैरिकेडिंग भी की गई है।
महाकुम्भ नगर: पौष मूर्णिमा पर रात से ही छाए घने कोहरे के बावजूद संगम और महाकुम्भ मेले का समूचा क्षेत्र स्नानार्थियों से भर गया। हर हर गंगे, के घोष के साथ स्नान करने को लोगों का उत्साह हिलोरें मारने लगा ब्रह्म मुहूर्त में स्नानार्थियों ने गंगा यमुना और अदृश्य सरस्वती के पावन संगम के जल में स्नान शुरू कर दिया। पौष पूर्णिमा पर स्नान के साथ महाकुंभ का शुभारम्भ हो गया। लाखों की संख्या में श्रद्धालु संगम में स्नान कर रहे हैं।

घाटों पर सुरक्षा के खास इंतजामघाटों पर सुरक्षा के लिहाज से जल पुलिस और एनडीआरएफ की तैनाती की गई है।स्नान घाटों पर गंगा और यमुना के जलधारा में डीप वाटर बैरिकेडिंग भी की गई है। गंगा और यमुना के तट पर कुल 12 किलोमीटर में स्नान घाट बनाए गए हैं। पौष पूर्णिमा स्नान पर्व से ही महाकुंभ में पवित्र कल्पवास की शुरुआत होगी। 14 जनवरी को मकर संक्रांति पर सभी 13 अखाड़ों के संत स्नान करेंगे।
महाकुम्भ के पवित्र स्नान 13 जनवरी (सोमवार)- स्नान, पौष पूर्णिमा 14 जनवरी (मंगलवार)- अमृत स्नान (शाही स्नान), मकर सक्रांति 29 जनवरी (बुधवार)- अमृत स्नान (शाही स्नान), मौनी अमावस्या 3 फरवरी (सोमवार)- अमृत स्नान (शाही स्नान), बसंत पंचमी 12 फरवरी (बुधवार)- स्नान, माघी पूर्णिमा 26 फरवरी (बुधवार)- स्नान, महाशिवरात्रि