Bengaluru Weather Alert: तापमान 2 डिग्री नीचे, AQI खराब; ‘Ditwah’ से अगले दिनों में बारिश सम्भावना
बेंगलुरु: फिलहाल ठंडक बढ़ गई है, तापमान सामान्य से नीचे चला गया है जबकि शहर का एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) मध्यम से अस्वस्थ श्रेणी की ओर बढ़ता दिख रहा है। बादलों से घिरे आसमान, चल रही ठंडी हवाओं और बंगाल की खाड़ी में सक्रिय चक्रवात ‘Ditwah’ के असर से अगले कुछ दिनों तक ठंडी और बरसात वाली स्थिति बनी रहने की संभावना जताई गई है।
मौसम और तापमान

चक्रवात ‘Ditwah’ का प्रभाव
IMD ने बताया है कि दक्षिण‑पश्चिम बंगाल की खाड़ी और श्रीलंका के पास विकसित हो रहा चक्रवात ‘Ditwah’ उत्तर‑उत्तरपश्चिम दिशा की ओर बढ़ रहा है और इसके कारण बेंगलुरु सहित दक्षिण आंतरिक कर्नाटक में नमी और बादल काफी बढ़ गए हैं। समुद्र की ओर से आ रही तेज नमी और हवाओं के चलते अगले एक सप्ताह तक बेंगलुरु ग्रामीण, बेंगलुरु शहरी, चामराजनगर, चिक्कबल्लापुर व आसपास के जिलों में हल्की से मध्यम वर्षा या गर्जना‑चमक के साथ बौछारें पड़ सकती हैं। मौसम पूर्वानुमान में यह भी संकेत दिया गया है कि बादलों की परत मोटी होने पर तापमान में हल्की और गिरावट तथा दिन में धूप कम महसूस हो सकती है।
AQI स्तर में बदलाव
कर्नाटक प्रदूषण नियंत्रण मंडल (KSPCB) के आंकड़ों के अनुसार, बेंगलुरु के सेंट्रल सिल्क बोर्ड मॉनिटरिंग स्टेशन पर 28 नवंबर (गुरुवार) को AQI 134 दर्ज था, जो 29 नवंबर (शुक्रवार) को बढ़कर 156 तक पहुंच गया। इसका मतलब है कि AQI ‘मध्यम’ श्रेणी से बढ़कर ‘खराब’ या हल्की अस्वस्थ श्रेणी के करीब पहुंच गया है, जहां संवेदनशील लोगों जैसे दमा, हृदय या फेफड़ों की बीमारी वाले मरीजों को असुविधा महसूस हो सकती है। रिपोर्ट में यह भी बताया गया कि शहर भर में बादली मौसम और ठंडी, अपेक्षाकृत स्थिर हवाओं के कारण प्रदूषक कण ऊपर की तरफ कम फैल पा रहे हैं, जिससे कुछ इलाकों में AQI स्तर में यह वृद्धि दर्ज हुई।
स्वास्थ्य व सावधानियां
विशेषज्ञों के अनुसार 100 से 200 के बीच का AQI स्तर संवेदनशील समूहों के लिए जोखिम बढ़ा सकता है, इसलिए उन्हें सुबह‑शाम की ठंडी हवा और ट्रैफिक‑भरे इलाकों में लंबे समय तक रहने से बचने की सलाह दी गई है। जिन लोगों को सांस, एलर्जी या हृदय संबंधी समस्या है उनके लिए N95 या समकक्ष मास्क का उपयोग, घरों के अंदर वेंटिलेशन पर ध्यान देना और ज़रूरत पड़ने पर डॉक्टर से परामर्श लेना उपयोगी माना जा रहा है। आम नागरिकों को भी फालतू वाहन उपयोग कम करने, सार्वजनिक परिवहन और कार‑पूलिंग को बढ़ावा देने तथा खुले में कचरा जलाने से बचने जैसे कदम उठाने की अपील की गई है, ताकि AQI स्तर और न बढ़े।
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