Putin-Modi In Fortuner: पुतिन-मोदी की फॉर्च्यूनर यात्रा क्यों बनी चर्चा का विषय?
Aurus Senat छोड़ PM मोदी की फॉर्च्यूनर में क्यों बैठे राष्ट्रपति पुतिन?
By: Mohit Sinha
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रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के भारत आगमन पर पीएम मोदी ने प्रोटोकॉल तोड़कर एयरपोर्ट पर स्वागत किया। इसके बाद दोनों नेताओं ने एक अनोखा कदम उठाते हुए पीएम की रेंज रोवर छोड़ एक साधारण सी दिखने वाली टोयोटा फॉर्च्यूनर में साथ बैठकर PMO तक यात्रा की। यह सरप्राइज राइड सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बनी हुई है और दोनों नेताओं के बीच भरोसे का संकेत मानी जा रही है।
नई दिल्ली: रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन अपने दो दिवसीय भारत दौरे पर हैं। गुरुवार शाम तकरीबन पौने 7 बजे पुतिन का विमान नई दिल्ली के पालम एयरपोर्ट पर लैंड किया। जहां पहले से ही मौजूद देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बड़े ही गर्मजोशी के साथ उनका स्वागत किया। दोनों नेताओं ने एक दूसरे से हाथ मिलाया और गले लगकर अभिवादन किया।
एयरपोर्ट पर इस औपरचारिक अभिवादन के बाद पीएम नरेंद्र मोदी और व्लादिमीर पुतिन ने वह कदम उठाया जिसकी कल्पना शायद किसी ने भी नहीं की होगी. दो ग्लोबल-लीडर्स, दो अलग सुरक्षा व्यवस्थाएँ, और इन सबके बीच एक सफेद टोयोटा फॉर्च्यूनर, जिसमें बैठकर दोनों नेता पालम एयरपोर्ट से 7, लोक कल्याण मार्ग तक एक साथ रवाना हुए।
क्यों हो रही है फॉर्च्यूनर की चर्चा?
प्रधानमंत्री मोदी ने अपने रेगुलर रेंज रोवर को किनारे रखा और रूसी राष्ट्रपति पुतिन के साथ सफेद टोयोटा फॉर्च्यूनर में बैठकर निकले। यह नजारा इसलिए भी अलग था क्योंकि, किसी को उम्मीद भी नहीं थी कि सेफ्टी प्रोटोकॉल पर इस तरह का सरप्राइज मिलेगा। इस मुलाकात के बाद अचानक से सोशल मीडिया पर इस एसयूवी की चर्चा शुरू हो गई।
कार के रजिस्ट्रेशन नंबर (MH01 EN5795) से जो डिटेल सामने आई उसके सबको हैरान कर दिया। ये टोयोटा फॉर्च्यूनर सिग्मा मैनुअल ट्रांसमिशन वेरिएंट था। यह गाड़ी BS-VI मानकों के अनुरूप है और अप्रैल 2024 में रजिस्टर हुई थी। सुरक्षा एजेंसियों द्वारा हाल ही में अपडेट किए गए VIP मूवमेंट फ्लीट में शामिल इस SUV का फिटनेस सर्टिफिकेट अप्रैल 2039 तक वैध है और पॉल्यूशन सर्टिफिकेट जून 2026 तक वैलिड है।
Aurus Senat की जगह भारतीय SUV में सफर—भरोसे का संकेत?
लेकिन इस घटना का असली केंद्र कार के कागज़ात या सर्टिफिकेट नहीं थे, बल्कि गाड़ी का चुनाव था। यह फॉर्च्यूनर न तो पीएम मोदी के रेगुलर काफिले का हिस्सा है, न ही पुतिन इस गाड़ी का इस्तेमाल करते हैं। आमतौर पर राष्ट्रपति पुतिन जब भी विदेश यात्रा पर रहते हैं, तो वो भारी-भरकम और अत्याधुनिक सुरक्षा वाली Aurus Senat में सफर करते हैं। यह कार रूस के राष्ट्रपति की आधिकारिक स्टेट लिमोज़ीन कार है, जो अपने दमदार सेफ्टी के लिए दुनिया भर में मशहूर है।
लेकिन दिल्ली में पुतिन इस लिमोज़ीन में नहीं, बल्कि भारतीय फॉर्च्यूनर में सफर करते दिखे। यह बदलाव सिर्फ सुरक्षा से हटकर उनके और पीएम मोदी के बीच मौजूद आपसी भरोसे और सहज संबंधों का इशारा कर रहा था। दो दिग्गज लीडर्स के बीच एक रेगुलर एसयूवी में की गई ये यात्रा इस बात का गवाह बन रही थी कि दोनों के बीच एक दूसरे को लेकर कितना भरोसा है।
कैसी है टोयोटा फॉर्च्यूनर
आम लोगों के लिए टोयोटा फॉर्च्यूनर एक सामान्य कार से बढ़कर है। भारत में देश के दिग्गज राजनेता, सेलिब्रिटीज और सुरक्षा एजेंसियां भी इस एसयूवी का इस्तेमाल करते हैं. ये एसयूवी आपने पावरफुल रोड प्रेजेंस, दमदार इंजन और खराब रास्तों पर भी आसानी से दौड़ने की क्षमता के लिए जानी जाती है।
ग्लोबल मार्केट फॉर्च्यूनर की कहानी 2005 से शुरू होती है, जब टोयोटा ने इसे इंटरनेशनल मार्केट में उतारा। भारत में यह 2009 में लॉन्च हुई और जल्द ही अपनी दमदार बॉडी-ऑन-फ्रेम स्ट्रक्चर, भरोसेमंद इंजन और मजबूती के कारण SUV सेगमेंट में 'किंग' बन गई। सालों से यह पुलिस बलों, सुरक्षा एजेंसियों, VIP मूवमेंट और पॉलिटिकल फ्लीट का हिस्सा बनी हुई है।
फॉर्च्यूनर का फ़ोर-व्हील ड्राइव सिस्टम, हाईट, ग्राउंड क्लीयरेंस और भरोसेमंद परफॉर्मेंस इसे कठिन से कठिन रास्तों पर भी बेजोड़ बनाते हैं। जिस एसयूवी में पुतिन और मोदी राइड पर निकले उसमें 2.8 लीटर की क्षमता के 4-सिलेंडर, इन-लाइन डीज़ल इंजन से लैस है, जो लगभग 201 बीएचपी की पावर और और 500 न्यूटन मीटर का टॉर्क जेनरेट करता है।
Edited By: Mohit Sinha
