सहायक पुलिसकर्मियों की हाल जानने पहुंचे बीजेपी के प्रतिनिधिमंडल

राज्य की राजधानी रांची में पिछले आठ दिनों से आंदोलनरत सहायक पुलिसकर्मियों से बीजेपी (BJP) के प्रतिनिधिमंडल ने आज मुलाकात की. प्रतिनिधिमंडल में शामिल विधायकों ने कहा कि वे सहायक पुलिसकर्मियों पर लाठीचार्ज के मामले को सोमवार को सदन में उठाएंगे. साथ ही उन्होंने कहा कि जिला पुलिस बल ने महिला सहायक पुलिसकर्मियों पर लाठीचार्ज किया जो निर्मम है. प्रतिनिधिमंडल में भाजपा विधायक भानु प्रताप शाही, (Bhanu Pratap Shahi) अमित मंडल(Amit Mandal) इंद्रजीत महतो (Indarjeet Mahto) और किशुन दास (Kishun Das) शामिल थे.

भवनाथपुर विधानसभा सीट से भाजपा विधायक भानु प्रताप शाही (Bhanu Pratap Shahi) ने कहा कि हेमंत सोरेन सरकार को सहायक पुलिसकर्मियों को भरोसा देना था जो टूट गया है. हम विपक्ष की भूमिका में हैं, अपनी भूमिका निभा रहे हैं. उन्होंने कहा कि शुक्रवार को जिला पुलिस बल ने महिला सहायक पुलिसकर्मियों पर लाठीचार्ज किया, महिलाओं के छोटे बच्चों को भी चोटें आईं, ये निर्मम है. उन्होंने कहा कि मैं इस मामले को सोमवार को सदन की कार्यवाही के दौरान उठाऊंगा. भानु प्रताप शाही ने कहा कि सहायक पुलिसकर्मियों की नियुक्ति की शर्तों में हर समय बदलाव की गुंजाइश है. सरकार इन बातों को छिपा रही है. हेमंत सोरेन सरकार इन्हें परमानेंट कर सकती है, लेकिन वो ऐसा कर नहीं रही है.
सदन में होगी वार्ता
गोड्डा विधानसभा सीट से भाजपा के विधायक अमित मंडल (Amit Mandal) मो कहा कि इस मसले पर अब सदन में बात होगी। सहायक पुलिसकर्मियों में महिलाएं भी शामिल हैं जिनके साथ बच्चे-बच्चियां भी हैं. उनपर लाठीचार्ज हो रहा है जो कि गलत है। अमित मंडल ने कहा कि नियमावली में है कि समय-समय पर उनके अनुबंध को बढ़ाया जाएगा. हेमंत सोरेन और उनकी पार्टी ने चुनाव के समय कहा था कि प्रदेश में जो भी अस्थायी या संविदा पर कर्मचारी हैं, सरकार बनने के बाद उन्हें परमानेंट किया जाएगा.
सरकार को सुनना चाहिए मांग
अमित मंडल ने कहा कि सहायक पुलिसकर्मियों का योगदान राज्य में अपराध को रोकने और उग्रवाद को रोकने में रहा है, सरकार को इनकी मांगों को सुनना चाहिए। अमित मंडल वे कहा कि शनिवार से सहायक पुलिसकर्मी अपनी मांगों को लेकर शांतिपूर्ण तरीके से मोरहाबादी मैदान में आंदोलन कर रहे हैं लेकिन आज तक एक भी सरकार का प्रतिनिधि या मंत्री यहां उनसे बातचीत के लिए नहीं आए। एक विधायक आए थे लेकिन क्या हुआ? अमित मंडल ने कहा कि सोमवार को वे इस मामले को सदन की कार्यवाही के दौरान उठाएंगे.
शुक्रवार को पुलिस ने किया था लाठीचार्ज
स्थाई करने की मांग को लेकर मोरहाबादी मैदान में पिछले सात दिनों से आंदोलन कर रहे सहायक पुलिसकर्मियों (एसपीओ) ने शुक्रवार को मुख्यमंत्री आवास घेरने की कोशिश की. वे बैरिकेडिंग तोड़कर आगे बढ़ने लगे. पुलिस ने उन्हें रोकने का प्रयास किया तो उनमें भिड़त हो गई. सहायक पुलिसकर्मियों ने पथराव शुरू कर दिया. पुलिस अधिकारियों ने उन्हें समझाने की कोशिश की. नहीं माने तो आंसू गैसे के गोले छोड़े और लाठीचार्ज किया. उन्हें दौड़ा-दौड़ा कर पीटा गया.