यूपी के मुजफ्फरनगर में आज किसानों की महापंचायत, तीन कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग

मुजफ्फरनगर : किसान संयुक्त मोर्चा के बैनर तले रविवार को उत्तरप्रदेश के मुजफ्फरनगर में महापंचायत का आयोजन किया जा रहा है। इस महापंचायत में किसान नरेंद्र मोदी सरकार द्वारा पिछले साल लाए गए तीन कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग कर रहे हैं।

किसान महापंचायत में 15 राज्यों के करीब पांच लाख किसान जुटेंगे। इस किसान महापंचायत में महिला किसान भी शामिल हो रही हैं। वे स्थानीय गुरुद्वारों व स्कूलों में ठहरी हैं। किसानों की सुविधा के लिए 500 स्थाल लगाए गए हैं।
Uttar Pradesh: Kisan Mahapanchayat being held in Muzaffarnagar today
A woman farmer says, “We have gathered here demanding repeal of the three farm laws. We request the PM to take back the three laws.” pic.twitter.com/6Q0gORzJJE
— ANI UP (@ANINewsUP) September 5, 2021
किसान महापंचायत को लेकर सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त किए गए हैं। दो हजार से अधिक पुलिस कर्मियों को तैनात किया गया है। कोई अप्रिय घटना नहीं घटे इसके लिए शराब की दुकानें बंद रहेंगी। राकेश टिकैत ने कहा है कि मुजफ्फरनगर के राजकीय इंटर कॉलेज में होने वाली इस महापंचायत में जाने से रोकने की कोशिश किए जाने पर बैरियर को तोड़ दिया जाएगा।
इस महापंचायत में देश के 300 किसान संगठनों के प्रतिनिधि अलग-अलग जगहों से पहुंच रहे हैं।
संयुक्त किसान मोर्चा ने अपने एक बयान में कहा है कि पांच सितंबर की महापंचायत मोदी-योगी सरकार को किसानों, खेत, मजदूरों और कृषि आंदोलन के समर्थकों की शक्ति का अहसास कराएगी। मुजफ्फरनगर की यह महापंचायत अबतक की सबसे बड़ी किसान महापंचायत होगी।
पांच महीने बाद होने जा रहे उत्तरप्रदेश विधानसभा चुनाव को लेकर भी यह महापंचायत अहम है। किसान संगठन भाजपा व उसकी सरकार की नीतियों का लगातार विरोध कर रही हैं। पश्चिमी उत्तरप्रदेश वह इलाका रहा है, जहां भाजपा ने बीते चुनाव में अच्छा प्रदर्शन किया है, लेकिन यह देखना दिलचस्प होगा कि किसान संगठन व टिकैत बंधु भाजपा के विरोध में किस हद तक माहौल बना पाते हैं।