गोड्डा: कालाज़ार उन्मूलन अभियान में समुदाय कर रहा है सहयोग

गोड्डा: कालाज़ार उन्मूलन अभियान में समुदाय कर रहा है सहयोग

गोड्डा: कालाज़ार एक वेक्टर जनित रोग है जिसका संक्रमण बालू मक्खी द्वारा होता है। यह रोग बालू मक्खी द्वारा एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति तक फैलाता है। कालाज़ार एक जानलेवा बीमारी है मगर समय पर और समुचित इलाज से यह बिलकुल ठीक हो सकती है। दो सप्ताह से ज्यादा से बुखार होना, तिल्ली और जिगर बढ़ना, कालाज़ार के कुछ लक्षण हैं।

गोड्डा जिले में कालाजार उन्मूलन अभियान चलाया जा रहा है। इसके अंतर्गत सभी घरों में एसपी पाउडर के छिड़काव के साथ ग्रामीणों के स्वास्थ्य की जांच भी की जा रही है। कीटनाशक का छिड़काव कोविड-19 के आदर्श मानकों तथा सोशल डिस्टैंसिंग का पालन करते हुए किया जा रहा है। विभाग द्वारा ब्लॉक एवं जिला स्तर पर मॉनीटरिग की जा रही है। बातचीत के दौरान मलेरिया एवं कालाजार विभाग के अधिकारियों ने बताया कि प्रति 10 हजार पर एक से कम रोगी बाले क्षेत्र को सामान्य क्षेत्र में माना जाता है।

स्वास्थ्य विभाग और समुदाय जिस तरह से कालाजार अभियान में सहयोग कर रहा है, उससे जल्द ही गोड्डा में कालाजार रोग पर पूर्ण नियंत्रण पा लिया जाएगा। बाघमारा की मुखिया मीना मुर्मू ने बताया कि वह बाघमारा गांव से हैं और उनके गांव के दो अलग- अलग टोलों में कालाजार के मरीज मिलते थे। उन्होंने कहा कि 2019-20 में कालाजार के चार से पांच केस हमारे यहां थे, लेकिन अब एक भी नया केस सामने नहीं आया है और जो पुराने मरीज थे वे ठीक हो चुके हैं।

जिले के भीबीडी कंसलटेंट हेमंत कुमार भगत ने बताया कि हम सबके प्रयासों के साथ ही कालाजार अभियान में लोगों का भी बहुत सहयोग है और यही कारण हैं कि वर्ष 2020 में कालाजार के 87 मरीज़ मिले थे और सबको उचित इलाज मिला और सब ठीक हो गए। इस बार भी अभी तक कालाजार के 30 मरीज़ मिले थे, सब ठीक हो चुके हैं। हमारा कालाजार मरीजों को ढूँढने का अभियान निरंतर जारी है। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने यह भी बताया कि अब कालाजार बीमारी का इलाज नयी तकनीक से मात्र एक दिन में किया जाता है, साथ ही कालाज़ार प्रभावित क्षेत्र में रहने वाले लोगों से अपने घर पर छिड़काव करवाने समय समुदाय के लोग निम्न बातों का ध्यान रख रहें हैं।

यह भी पढ़ें गृहमंत्री अमित शाह आज आएंगे रांची, पूर्वी क्षेत्रीय परिषद की बैठक में होंगे शामिल 

• छिड़काव से पहले घर के सभी कमरों को खाली कर देते हैं।
• घर के सभी कमरों और बथानों में कीटनाशक का छिड़काव अवश्य करवाते हैं।
• छिड़काव के बाद कम से कम 10 हफ्तों तक दीवारों पर मिट्टी की लिपाई- पुताई नहीं करते हैं क्योंकि वे जागरूक हो चुके हैं कि इससे कीटनाशकों का प्रभाव कम हो जाता है।

 

यह भी पढ़ें Ramgarh News: एबीवीपी ने सामान्य ज्ञान प्रतियोगिता का किया आयोजन

Edited By: Samridh Jharkhand

Latest News

Giridih News: दुखहरण नाथ मंदिर जाने का रास्ता पूरी तरह जर्जर, ग्रामीणों में आक्रोश Giridih News: दुखहरण नाथ मंदिर जाने का रास्ता पूरी तरह जर्जर, ग्रामीणों में आक्रोश
Koderma News: झुमरीतिलैया में जुलूस निकाल श्रम विभाग पर ट्रेड यूनियनों ने किया प्रदर्शन
मूल नक्षत्र और ऐंद्र योग में मनाया जायेगा आषाढ़ माह की गुरु पूर्णिमा 
वाईफाई से युक्त होंगे राज्य के सभी सरकारी अस्पताल, मरीज और अटेंडेंट को होगा लाभ 
Ramgarh News: एबीवीपी ने सामान्य ज्ञान प्रतियोगिता का किया आयोजन
Dhanbad News: विदेश में बैठे ठग ने बनाया उपायुक्त का फर्जी वॉट्सएप अकाउंट
मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय ने सात राजनीतिक दलों से मांगे शपथ पत्र
Giridih News: सड़क हादसे में युवक घायल, सदर अस्पताल रेफर
Ranchi News: एसबीयू और यूनिवर्सिटी ऑफ कैलिफोर्निया मर्सेड में शैक्षणिक करार पर बनी सहमति
डुमरी विधायक जयराम महतो सहित तीन के खिलाफ केस दर्ज
Dhanbad News: डॉ आलोक विश्वकर्मा ने लिया पदभार, ग्रामीण स्वास्थ्य सेवा को सुदृढ़ करना प्राथमिकता
गृहमंत्री अमित शाह आज आएंगे रांची, पूर्वी क्षेत्रीय परिषद की बैठक में होंगे शामिल