Hazaribagh News: महुदी गांव के एक लड़के के द्वारा वीडियो वायरल मामला को लेकर बैठक संपन्न
दोनों समुदाय के समाज के लोगों ने मामला सुलझाया
इस बैठक के सकारात्मक परिणाम सामने आए हैं और इससे दोनों समुदाय के समाज के बीच आपसी विश्वास व सहयोग और अधिक बढ़ने की उम्मीद है।
हजारीबाग: बड़कागांव थाना के कांडतरी पंचायत अंतर्गत के बहुचर्चित गांव ग्राम महुदी के दोनों समुदाय के समाज के ग्रामीणों ने एक लड़के के द्वारा धार्मिक स्थल के साथ इडिट कर बीडीओ वायरल के मामले को लेकर तनाव की स्थिति बनने से पूर्व शांति स्थापित करने के लिए स्थानीय जनप्रतिनिधि के उपस्थिति में संयुक्त बैठक आयोजित किया।बैठक करम पट्टी तलाब के सामने चबूतरा में कांडतरी पंचायत के प्रभारी मुखिया राजदेव महतो की अध्यक्षता में किया।

इस सभा 10 लोगों के निर्णय को सर्व समिति से पारित कर फैसला दिया गया जिसे आशीष एवं उसके पिता के द्वारा स्वीकार किया गया और उपस्थित लोगों के द्वारा हिदायत देते हुए समझौता कर दिया गया। लोगों ने कहा कि आपसी बातचीत और समझ से ही किसी भी समस्या का समाधान निकाला जा सकता है। दोनों समुदाय के द्वारा एक दूसरे के साथ सहयोग करने और शांति बनाए रखने का संकल्प लिया गया ताकि क्षेत्र में आपसी सौहार्द और शांति बनी रहे। यह मामला स्थानीय प्रशासन तक भी पहुंची थी जिस पर स्थानीय प्रशासन ने भी इस मामले में सक्रिय भूमिका निभाई और दोनों समुदायों को एक साथ लाने में सराहनीय योगदान रहा। प्रशासन ने भविष्य में भी इस तरह के मामले में शांतिपूर्ण समाधान के लिए हर संभव प्रयास किया जाए। इस बैठक के सकारात्मक परिणाम सामने आए हैं और इससे दोनों समुदाय के समाज के बीच आपसी विश्वास व सहयोग और अधिक बढ़ने की उम्मीद है।
बैठक में मुख्य रूप से कांडतरी पंचायत के प्रभारी मुखिया राजदेव महतो, पूर्वी पंसस रंजीत चौबे, पूर्व पंसस प्रतिनिधि खेमलाल राम, ग्राम मुस्लिम अंजुमन कमेटी के सदर फारुख हुसैन, राणा टोला महुदी के समाज अध्यक्ष सीताराम राणा, वार्ड सदस्य प्रतिनिधि अहमद रजा, मो. आवेश, राजकुमार राणा, भागेश्वर राणा, नारायण ठाकुर, रविकांत महतो, अफताब आलम, मो इसराइल, आजाद आलम, मो. शहबान, मो. रब्बानी, मिट्ठू महतो, विजय पासवान, विनोद राम, मो. हसीब, अफतर हुसैन, नईम अंसारी, अफतर अली एंव असगर अली, मो. ओबेदुल्लाह, छात्रधारी राणा, मोहम्मद मिकाइल, गुलजार अहमद सहीत ग्राम महुदी मुस्लिम टोला, राणा टोला, हरिजन टोला, कानोदा टोला एवं अंबाटोला के दर्जनों लोग शामिल थे।
