Hazaribagh News: वन प्रबंधन एवं संरक्षण समिति की हुई बैठक, जंगल एवं डुमारो नदी को बचाने का हुआ निर्णय
बुढ़वा महादेव में शादी हो या भंडारा हो पत्ता से बने दोना पत्तल का हीं प्रयोग हो: काण्डतरी वन समिति
बुढ़वा महादेव परिसर में साफ सफाई करने के बाद पहाड़ के किनारे प्लास्टिक के समान और फोम के दोना पत्तल को फेंक देते हैं और जब पतझड़ का समय आता है तो पत्ता के साथ में प्लास्टिक के सामान भी जलना शुरू हो जाता है जिसके कारण पेड़-पौधे के साथ-साथ पर्यावरण को काफी नुकसान होता है जिसे रोकना एवं सुधार अति आवश्यक है।
हजारीबाग: बड़कागाँव प्रखण्ड अन्तर्गत काण्डतरी वन प्रबंधन एवं संरक्षण समिति का मासिक बैठक बुढ़वा महादेव के पनसलवा परिसर में तुलेश्वर महतो की अध्यक्षता एवं कुलेश्वर कुमार के संचालन में की गई। बैठक में सदस्यों ने जंगल एवं एवं डुमारो नदी कि स्वच्छता को बचाने को लेकर विचार विमर्श किया गया।

पहला- गुफा से निकलने वाली डुमारो नदी में पिकनिक करने वालों के द्वारा हर दिन फोम का दोना पत्तल और कांच के बोतलों को तोड़कर पूरा नदी परिसर को गंदा कर देते हैं, इसे रोकने के लिए, पिकनिक करने वालों को पत्ता का दोना पत्तल का प्रयोग करने के लिए सुझाव दिया जाएगा और नहीं मानने पर,ऐसे लोगों पर जरूरत पड़ने पर कार्रवाई भी किया जाएगा।
दूसरा- वन समिति के सदस्यों द्वारा पांच पांच के ग्रुप में जंगल का भ्रमण प्रत्येक दिन किया जाएगा।
तीसरा- बुढ़वा महादेव मंदिर में कोई भी कार्यक्रम हो, फोम के दोना पत्तल के स्थान पर पत्ता का दोना पत्तल का हीं प्रयोग हो, इस पर विशेष जोर दिया गया। क्योंकि कोई भी कार्यक्रम होता है बुढ़वा महादेव परिसर में , बुढ़वा महादेव के कमेटी के लोग दोना पत्तल के प्रयोग पर कभी ध्यान नहीं देते हैं।
बुढ़वा महादेव परिसर में साफ सफाई करने के बाद पहाड़ के किनारे प्लास्टिक के समान और फोम के दोना पत्तल को फेंक देते हैं और जब पतझड़ का समय आता है तो पत्ता के साथ में प्लास्टिक के सामान भी जलना शुरू हो जाता है जिसके कारण पेड़-पौधे के साथ-साथ पर्यावरण को काफी नुकसान होता है जिसे रोकना एवं सुधार अति आवश्यक है।
काण्डतरी वन समिति चाहती हैं कि बुढ़वा महादेव में शादी हो या भंडारा हो पत्ता से बने दोना पत्तल का हीं प्रयोग हो।
बैठक में फोरेस्ट विभाग से काण्डतरी वन क्षेत्र के वनरक्षी देवचंद महतो,काण्डतरी अध्यक्ष तुलेश्वर महतो, कुलेश्वर कुमार, विनोद महतो, संजय महतो, रामविलास महतो, प्रभाकर कुमार निराला, उमेश कुमार राम, रविकांत कुमार, संगीता देवी, मंजू देवी, रीता देवी, संगीता देवी, गीता देवी,निराशो देवी,फुदवा देवी,बालमती देवी,बाली देवी, टीकनारायण महतो, बसंती देवी, सबिता देवी, उषा देवी, पिंकी कुमारी, गायत्री देवी, कविता देवी, सावित्री देवी, बासो देवी, सिंतु कुमारी, मंजू कुमारी, माला देवी, मघिया देवी, पुनम देवी सीता देवी, सुनिता कुमारी, ननकी देवी, अनिता देवी,पालको देवी, मानको देवी, बुधनी देवी, सबिता देवी, झलवा देवी, अनिता देवी, सरीता देवी, लखन कुमार, किशोर कुमार, विकास राम, अरविंद कुमार भार्गव, आलोक नागमणि, प्रमिला कुमारी, झूना कुमारी, भोला महतो आदि उपस्थित थे।
