जन वितरण प्रणाली के कर्मचारियों व अधिकारियों की रवैये से प्रभावित हो रहा है कल्याणकारी योजनाओं का काम
दुमका : शिकारीपाड़ा प्रखंड की जन वितरण प्रणाली कर्मचारी एवं पदाधिकारियों के मन वितरण प्रणाली में तब्दील हो गई है। उनके लिए झारखंड सरकार के आदेश निर्देश का कोई मायने नहीं रखता है। आपूर्ति विभाग में पदाधिकारी और कर्मचारी जैसे चाहें वैसे उसको तोड़-मरोड़ कर लागू कर देते हैं। जन वितरण प्रणाली की दुकानों के माध्यम से चावल, गेहूं, नमक केरोसिन तेल का वितरण लाभुकों के बीच ई पोस मशीन द्वारा किया जाता है। इतना ही नहीं सोना सोबरन योजना के तहत ₹10 का धोती साड़ी भी ई पोस मशीन के द्वारा ही लाभुकों के बीच वितरण किया जाता है। लेकिन, अभी हाल के ही दिन में अक्टूबर 2022 के अंतिम सप्ताह एवं नवंबर माह 2022 में चीनी का वितरण ई पोस मशीन से ना कर पूर्व की भाती मैनुअली वितरण पंजी ने दिखा दिया गया, जो चर्चा का विषय बना हुआ है। वितरित की गयी चीनी जनवरी, फरवरी, मार्च 2022 का है जो गोदाम में पड़ा हुआ था। अखबार में 19 अक्टूबर 2022 को एसआईओ के इंतजार में गल गई 126 क्विंटल चीनी की खबर प्रकाशित होने के बाद 19 अक्टूबर को ही जिला आपूर्ति पदाधिकारी के निर्देश पर प्रखंड विकास पदाधिकारी संतोष कुमार चौधरी एवं अंचलाधिकारी सह प्रभारी प्रखंड आपूर्ति पदाधिकारी राजू कमल द्वारा जांच किया गया और 20 अक्टूबर 2022 को खबर छपी की चीनी गलने के मामले में गोदाम प्रबंधक पर गिर सकती है। गाज डीएसओ के निर्देश पर वीडियो एवं सीओ ने किया जांच खबर छपी और इस खबर के छपने के बाद प्रबंधक आनंद मंडल जो मूल रूप से जनसेवक हैं ने एक पत्रकार के नाम पर रंगदारी मांगने एवं सरकारी कार्य में बाधा देने का मामला 19 अक्टूबर 2022 को दर्ज करा दिया। उसके बाद चीनी प्रकरण का पूरा मामला प्रशासनिक तौर पर रद्दी की टोकरी में डाल दिया गया और आनन-फानन में बगैर ई पोस मशीन के चीनी का वितरण कर दिया गया, ताकि सारी गलतियां दफन हो जाए।..

चीनी वितरण के संबंध में जानकारी के लिए प्रखंड विकास पदाधिकारी संतोष कुमार चौधरी से संपर्क करने पर उन्होंने स्पष्ट तौर पर कुछ भी नहीं बताया, केवल इतना कहा कि बाद में बैठकर इस पर बात करेंगे। जबकि गोदाम प्रखंड विकास पदाधिकारी के ही अधीन है। अंचल अधिकारी सह प्रभारी प्रखंड आपूर्ति पदाधिकारी राजू कमल ने फोन रिसीव नहीं किया। यही स्थिति जिला आपूर्ति पदाधिकारी संजय कुमार दास की है। बार-बार प्रयास के बावजूद भी उन्होंने फोन रिसीव नहीं किया।
