प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी झारखंड पहुंच कर सार्वजनिक मंच से पहली बार नागरिकता संशोधन विधेयक पर बोले

धनबाद : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज झारखंड दौरे के क्रम में पहली बार किसी सार्वजनिक मंच से नागरिकता संशोधन विधेयक पर बयान दिया है. प्रधानमंत्री ने संसद के दोनों सदनों में पारित इस विधेयक पर धनबाद में एक चुनावी सभा में दिया. इससे पहले प्रधानमंत्री ने ट्विटर के जरिए इस विधेयक पर अपना पक्ष रखा था. प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि 1947 में भारत के टुकड़े हो गए, माता को आजाद कराने के लिए भारत मां की भुजाएं काट दी गयीं. 1971 में बांग्लादेश का निर्माण हआ. उन्होंने कहा कि दोनों बार सबसे अधिक प्रभावित वे लोग हुए जो पाकिस्तान, बांग्लोदश, अफगानिस्तान में अल्पसंख्यक थे, जिनका ध्यान रखने का समझौता हुआ था.

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि कांग्रेस ने हमेशा अपनी राजनीति के बारे में सोचा है. राष्ट्रहित और राष्ट्रनीति के बारे में सोचने में उनको बड़ी देर लग जाती है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस की यही राजनीति है, जिसके कारण सात दशक बाद भी भारत के समाज में अनेक नयी मुश्किलें आती हैं, दरारें पड़ जाती हैं, दरारें दिखने लगती हैं.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि जिस गरीबी, गंदगी और उपेक्षा की स्थिति में धार्मिक अल्पसंख्यक पाकिस्तान में थे, कांग्रेस की सरकारों ने यहां भी उनके साथ वही बर्ताव किया. आज जब ऐसे लाखों गरीब, प्रताड़ित, वंचित, शोषित, दलित परिवारों, सिख परिवारों, ईसाई परिवारों को भ्ज्ञाजपा ने अपने वादे के अनुसार नागरिकता देने का कानून बनाया तो कांग्रेस और उसके साथी, उसका भी विरोध कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि 10 साल पहले जब अफगानिस्तान में तालिबान के हमले बढे तो दर्जनों ईसाई परिवार भी किसी तरह अपनी जान बचा कर भारत ही आए थे.
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि कांग्रेस ने हर चुनाव में बयान दिया कि पाकिस्तान, बांग्लादेश, अफगानिस्तान के विस्थापितों को नागरिक अधिकार देंगे, आपने देखा कि कल फिर पलट गए.