चाईबासा: एमएसीपी का लाभ देने की मांग को लेकर विधायक को सौंपा मांग पत्र
हेमन्त सोरेन से मिलने का समय करेंगे निर्धारित

30 जून हुल क्रांति दिवस के दिन भी भोगनाडीह में तत्कालीन मुख्यमंत्री चम्पाइ सोरेन के हाथ में दी गई। हमेशा आस्वाशन दी गई परन्तु अभी तक हमें यह लाभ अप्राप्त है।
चाईबासा: प्राथमिक से प्लस 2 तक के शिक्षक संगठनों ने विगत 2 वर्षों से शिक्षकों को भी राज्यकर्मी के समान एमएसीपी का लाभ के लिए अनेक प्लेटफार्म पर अपनी मांगों को रखते हुए 19 दिसम्बर 2023 को राज्यब्यापी धरना के माध्यम से सरकार की ध्यान आकृष्ट कराया। जनवरी 24 से लेकर दुमका एवं बरहेट में छवि हेम्ब्रम के नेतृत्व में अपनी मांग मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को दी गई। 30 जून हुल क्रांति दिवस के दिन भी भोगनाडीह में तत्कालीन मुख्यमंत्री चम्पाइ सोरेन के हाथ में दी गई। हमेशा आस्वाशन दी गई परन्तु अभी तक हमें यह लाभ अप्राप्त है।
विधायक ने राज्यकर्मी के समान एमएसीपी देने हेतु अनुशंसा की

इसी कड़ी में पूरे राज्य से शिक्षकों ने व्यक्तिगत पत्राचार भी मुख्यमंत्री के नाम किया। इसी कड़ी में दुमका के सांसद नलिन सोरेन एवं सुखदेव गोप पश्चिमी सिंहभूमि के शिक्षक के नेतृत्व में जगन्नाथपुर के विधायक सोनाराम सिंकू ने भी मुख्यमंत्री को शिक्षकों को भी राज्यकर्मी के समान एमएसीपी देने हेतु अनुशंसा की है।
13 फरवरी को विभागीय सचिव से एमएसीपी संघर्ष मोर्चा के बैनर तले राज्य के सभी संवर्ग के शिक्षक संगठन की सामूहिक वार्ता हुई थी। सचिव ने आश्वाशन दिया था कि स्वतंत्र विभागीय मंत्री होने पर में प्रस्ताव भेजेंगे।विभागीय मंत्री हो जाने से हम शिक्षकों को उम्मीद जगी है। अतः आगे की रणनीति पर विचार करने हेतु पुनः सभी संग़ठन 20 जुलाई को रांची में जुटेंगे एवं कर्मचारी हितैषी मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन से मिलने का समय निर्धारित करेंगे।