नीतीश कुमार फिर बोले – केंद्र को जातिगत जनगणना पर विचार करना चाहिए
पटना : बिहार के मुख्यमंत्री व भाजपा के प्रमुख सहयोगी जनता दल यूनाइटेड के सुप्रीमो नीतीश कुमार ने शनिवार को फिर कहा कि केंद्र सरकार को जातिगत जनगणना पर विचार करना चाहिए। उन्होंने कहा कि वे जातिगत जनगणना को लेकर अपने विचार सदन के पटल पर फरवरी 2019 एवं 2020 में रख चुके हैं।
We have already kept our thoughts about caste-based census in the House in Feb 2019 & 2020. Caste-based census must be done at least once. Through it, they can gain benefits from schemes. If we know the exact number, we can work towards their betterment: Nitish Kumar, Bihar CM pic.twitter.com/bR5dpeWS7w— ANI (@ANI) July 24, 2021
उन्होंने कहा कि उन्होंने हमलोगों ने फरवरी 2019 व फरवरी 2020 में सर्वसम्मति से इसको लेकर प्रस्ताव पारित किया है। उन्होंने कहा कि 1990 से यह बात हमारे दिमाग में है।
नीतीश कुमार ने कहा कि कम से कम एक बार जातिगत जनगणना करवाना चाहिए। उन्होंने कहा कि इसके जरिए लोग योजनाओं का लाभ पा सकते हैं अगर हमें जातियों की सही संख्या पता चले तो हम उसकी बेहतरी की दिशा में काम कर सकते हैं।
मालूम हो कि भाजपा नीतिगत रूप से जाति आधारित जनगणना के खिलाफ रही है। वह सिर्फ अनुसूचित जाति व जनजाति की ही जातिगत जनगणना के पक्ष में है, लेकिन अन्य जातियों की जातिगत जनगणना के खिलाफ रही है।
बिहार में राष्ट्रीय जनता दल, हम जैसे दल भी जातिगत जनगणना के पक्ष में है। केंद्र सरकार यह कह चुकी है कि वह जातिगत जनगणना के पक्ष में नहीं है।

