BJP की कार्यकारिणी से मेनका गांधी व वरुण गांधी किए गए बाहर, आडवाणी-जोशी अब भी मौजूद

नयी दिल्ली : भारतीय जनता पार्टी ने अपनी राष्ट्रीय कार्यकारिणी से मेनका गांधी व वरुण गांधी को बाहर कर दिया। राजनीतिक पर्यवेक्षकों का कहना है कि माता व पुत्र पार्टी लाइन के खिलाफ बयान देने के कारण कार्यकारिणी से बाहर किया गया।

राष्ट्रीय कार्यकारिणी से भाजपा के एक और फायरब्रांड नेता विनय कटियार को बाहर किया गया है।
मेनका गांधी इस वक्त सुल्तानपुर से लोकसभा सांसद हैं और उनके पुत्र वरुण गांधी पीलीभीत से लोकसभा सदस्य हैं।
भाजपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी में 80 सक्रिय सदस्य, 50 विशेष आमंत्रित व 179 स्थायी आमंत्रित सदस्य हैं।
भाजपा समय-समय पर कार्यकारिणी की बैठक आयोजित करती है, जिसमें सरकार के एजेंडे व मौजूद सामजिक व राजनीतिक मुद्दों पर रणनीति तय की जाती है। हालांकि कोविड19 की वजह से हाल के महीनों में कार्यकारिणी की बैठक नहीं आयोजित की गयी है।
सूत्रों के अनुसार, लखीमपुर खीरी हिंसा को लेकर वरुण गांधी के बयान से पार्टी नाराज थी और कार्यकारिणी से बाहर कर उनको इसकी सजा दी गयी है। वरुण गांधी लखीमपुर हिंसा पर मुखर थे और उन्होंने इसकी जांच की मांग उठायी थी।
पार्टी के एक वरिष्ठ नेता ने कहा कि इस मुद्दे पर युवा नेता को थोड़ा धैर्य रखना चाहिए था और यह जांच रिपोर्ट का इंतजार करना चाहिए। उक्त नेता के अनुसार, यह घटना दुर्भाग्यपूर्ण थी, लेकिन जब पूरा विपक्ष सरकार पर हमलावर था तो हमारे सांसद को धैर्य रखना चाहिए था।