अब वेल में आकर हंगामा नहीं करेंगे भाजपा के विधायक: बाबूलाल मरांडी
रांची: सदन में भाजपा के प्रतीक्षित नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी ने आज प्रश्नकाल के दौरान विधानसभा स्पीकर के सामने अपनी बातें रखी। उन्होंने आग्रह करते हुए कहा कि नेता प्रतिपक्ष के मामले पर स्पीकर को निर्णय लेना है। उन्होंने कहा कि दोनों पक्ष के विधायक क्षेत्र की समस्याओं को सदन उठाना चाहते हैं। अगर सदन की यही स्थिति रही, तो कई ज्वलंत मुद्दों पर चर्चा नहीं हो पायेगी।

इस पर विधायक सरयू राय ने कहा कि सदन के अंदर मरांडी ने जो बयान दिए हैं, वो स्वागत योग्य है। यह एक अच्छी पहल है कि विपक्ष सदन को चलने देना चाहती है। उन्होंने कहा कि जिन मुद्दों को लेकर सदन में विपक्ष हंगामा कर रही थी, अब उस पर विराम लग गया है।
वहीं, राज्यसभा चुनाव पर उन्होंने कहा कि दो उम्मीदवारों के नाम सामने आ गये हैं। इन नामों पर सत्ता पक्ष और विपक्ष को विचार कर लेना चाहिए, ताकि तीसरे उम्मीदवार की जरूरत ही न पड़े। यदि तीसरे उम्मीदवार का नाम सामने आता है, तो वे नाम को देख कर ही विचार करेंगे। वहीं रघुवर दास को प्रत्याशी नहीं बनाये जाने के सवाल पर उन्होंने कहा कि इस मुद्दे पर उनका कोई दवाब पार्टी पर नहीं था।
दूसरी तरफ चंदनकियारी विधायक अमर कुमार बाउरी ने कहा कि आज सदन के अंदर बाबुलाल मरांडी ने नेता प्रतिपक्ष के मुद्दे पर विराम लगते गए सदन को आश्वस्त किया कि अब इस मुद्दे पर किसी भी तरह की कोई दिक्कत सदन को नहीं होगी। साथ ही यह भी कहा कि नए विधायकों के भी मुद्दे भी सदन में आने चाहिए।
उन्होंने कहा कि भारत निर्वाचन आयोग ने विलय पर मुहर लगा दी है। अब पूरा मुद्दा विधान सभा अध्यक्ष के हाथों में है। यह बाबुलाल मरांडी और पूरे विपक्ष की तरफ से सकारात्मक पहल है। साथ ही उम्मीद भी जताई कि सत्ता पक्ष और अध्यक्ष इस विषय पर जल्द ही निर्णय ले लेंगे।
वहीं, राज्यसभा चुनाव में सरयु राय के तीसरे प्रत्याशी को मैदान में न लाने के बयान पर अमर कुमार बाउरी ने कहा कि सरयू जानते हैं कि तीसरा प्रत्यशी अगर मैदान में आता है, तो हॉर्सट्रडिंग जैसे मामले सामने आएंगे। जैसा कि जानते हैं कि हॉर्स ट्रेडिंग के मामले में झारखंड पहले से बदनाम हो चुका है।
साथ ही कोरोना वायरस पर उन्होंने कहा कि बचाव से ही इस पर नियंत्रण पाया जा सकता है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने जो गाइड लाइन दिया है, उसे लोगों को पालन करना चाहिए। उन्होंने बताया कि विधान सभा परिसर में इससे बचने के कोई उपाय नहीं किये गए है। लेकिन, सभी विधायक और मंत्री बचाव की पूरी व्यवस्था रखे हुए हैं।
