आरजी कर अस्पताल मामला: ऑल इंडिया फेमिनिस्ट अलायंस ने जारी किया विस्तृत बयान, सख्त कार्रवाई की उठाई मांग
एआइएफए ने अपने बयान में राजनीतिक दलों, अस्पताल प्रबंधन के रुख की निंदा की और विरोध प्रदर्शन के दौरान अस्पताल में तोड़-फोड़ को प्रतिरोध की आवाज दबाने की कोशिश बताया
नई दिल्ली/कोलकाता: ऑल इंडिया फेमिनिस्ट अलायंस (एआइएफए) ने कोलकाता के आरजी कर अस्पताल में एक प्रशिक्षु डॉक्टर के साथ हुए बलात्कार व हत्या के मामले में एक विस्तृत बयान जारी कर अपनी मांग रखी है। फेमिनिस्ट अलायंस ने आरजी कर अस्पताल में जारी अवैध गतिविधियों, अस्पताल के प्रिंसिपल व प्रबंधन द्वारा घटना के बाद की गई गड़बड़ियों का मामला उठाया है और इस मुद्दे पर राजनीतिक लाभ हासिल करने की कोशिशों की निंदा की है।

महिलाओं के अलावा ट्रांस व क्वीर कर्मियों के लिए सुरक्षित कार्य वातावरण सुनिश्चित करने के लिए सुप्रीम कोर्ट के आदेशों का उचित क्रियान्वयन किया जाए, जिसमें रेस्ट रूम, शौचायल और ऑन कॉल रूम का प्रावधान हो। आरजी कर मेडिकल कॉलेज के उस समय के प्रिंसिपल के खिलाफ कार्रवाई की जाए और उन्हें सभी शैक्षणिक संस्थानों के प्रिंसिपल पद से अयोग्य घोषित किया जाए। सोशल मीडिया पर फर्जी, घृणित और लैंगिकवादी पोस्ट साझा करने वालों के साथ-साथ मृतका की पहचान उजागर करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाए।
