मैथेमैटिक्स गुरु आरके श्रीवास्तव ने सरकार से 24 घंटे का शैक्षणिक चैनल शुरू करने की मांग की

रांची : मैथेमैटिक्स गुरु फेम आरके श्रीवास्तव ने मानव संसाधन विकास मंत्रालय से समाज के विभिन्न वर्गों के छात्रों के लिए 24 घंटे का शिक्षा चैनल दूरदर्शन के साथ शिक्षा शुरू करने का आग्रह किया है. उन्होंने बताया कि देश मे एक ऐसा वर्ग भी स्टूडेंट्स का है जो लॉकडाउन में ऑनलाइन क्लासेज नहीं ले पाते हैं. आपको बताते चलंें कि आरके श्रीवास्तव अपने शैक्षणिक कार्यशैली के लिए लोकप्रिय हैं वे केवल एक रुपया गुरु दक्षिणा लेकर पिछ्ले 10 वर्षो से स्टूडेंट्स को गणित का गुर सिखाते आ रहे हैं. आरके श्रीवास्तव ने मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक से आग्रह किया है कि कृपया दूरदर्शन का एक विशेष शिक्षा चैनल शुरू किया जाये, इससे देश भर के स्टूडेंट्स को बहुत मदद मिलेगी. आरके श्रीवास्तव ने वंचित वर्गों के 100 से अधिक आर्थिक रूप से गरीब छात्रों को आइआइटी, एनआइटी, बीसीइसीइ जैसे इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षा में सफलता दिलाकर उनके सपने को पंख लगाया है, जिनकी सफलता की दर जबरदस्त है.

आरके श्रीवास्तव ने कहा, दुनिया के सभी देशों की तरह भारत भी कोविद19 महामारी के कारण स्वास्थ्य संकट के बीच फंसा हुआ है. लॉकडाउन जीवन को बचाने के लिए बहुत महत्वपूर्ण है. सरकार का यह कदम सराहनीय है. उन्होंने कहा कि हालांकि कई संस्थान ऑनलाइन शिक्षा को अपनाने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन हमारे देश के छात्रों के एक बड़े हिस्से की सामाजिक-आर्थिक स्थिति में भारी भिन्नता को ध्यान में रखते हुए सभी ऑनलाइन शिक्षा का लाभ ले सके, तत्काल यह संभव नहीं लगता. आरके श्रीवास्तव ने बताया कि बड़ी संख्या में छात्र और अभिभावक चाहते हैं कि एक सस्ती सरकारी शिक्षा प्रणाली का लाभ बच्चों को 24 घंटे प्राप्त हो.
आरके श्रीवास्तव ने मानव संसाधन विकास मंत्री से डीडी किसान की तर्ज पर दूरदर्शन के 24 × 7 शिक्षा चैनल को शुरू करने का आग्रह किया. 16 मार्च से देश के सभी शैक्षणिक संस्थाओं में कोरोना के कारण तालाबंदी है इस दौरान उन्होने बताया कि मैं सोशल मीडिया के माध्यम से स्टूडेंट्स से जुड़ रहा हूं, ताकि उनकी पढ़ाई न रुके. मानव संसाधन विकास मंत्रालय अपने चैनल स्वयं प्रभा के माध्यम से छात्रों तक पहुँच रहा है. आरके श्रीवास्तव ने बताया कि शिक्षा का एक स्पैशल चैनल 24 घंटों का दूरदर्शन यदि शुरू करता है तो सभी स्टूडेंट्स को सस्ती एवं बेहतर शिक्षा मिल पाएगी.