कोरोना के बारे में कुछ चिंतनीय पहलु पर केएन गोविंदाचार्य के विचार पढें

कोरोना के बारे में कुछ चिंतनीय पहलु पर केएन गोविंदाचार्य के विचार पढें

आजकल कोरोना के जन्मस्थान को लेकर भारी विवाद है. रूस, चीन, अमेरिका के ऊपर उँगलियाँ उठ रही हैं. कोई प्रकृतिजन्य मान रहा है तो कोई मानव का कारस्तानी मान रहा है. इस विवाद के विस्फोट ने विश्व स्वास्थ्य संगठन को भी हिलाकर रख दिया है.

विश्व की आर्थिक और राजनैतिक व्यवस्था को कोरोना के कारण भारी नुकसान और तनाव झेलना पड़ रहा है.

हमारे कुछ मित्रों का मानना है कि बाजारवादी ताकतों का यह एक और खेल है. वैक्सीन बेचने के उद्देश्य से उपयुक्त वातावरण बनाना, सरकारों को मजबूर करना, न्यायपालिका के निर्णय को अपने पक्ष मे लाने के लिए बाजारवाद द्वारा ऐसे हथकण्डे अपनाया जाना बाजारवादी ताकतों की रणनीति का हिस्सा है. एक बार तो मेरे मित्र ने एचआईवी एड्स के सन्दर्भ मे बताया कि भारत में 2 करोड़ लोगों को एचआईवी एड्स से संक्रमित होने का खतरा है. 1980 से 2000 तक के काल में हुई हलचलों, एलिसा टेस्ट की व्यवस्था के लिए दबाव, स्वास्थ्य व्यवस्था के पटल से वह सारी बहस कहा गुम हो गयी, आदि का उल्लेख करते हैं.

एनएसीओ या विश्व के स्तर पर काम कर रहे संगठनों को प्रभावित करने के वाकयात हुए थे. मणिपुर के एचआईवी एड्स के आंकड़ों पर संदेह जताया गया जो बाद मे सही भी पाया गया. उसी प्रकार मुंबई के कमाठीपुरा के सेक्स वर्कर के एचआईवी एड्स ग्रस्त होने के आंकड़े गलत पाये गये. उसी प्रकार एचआईवी अनिवार्यतः एड्स का रूप लेता यह प्रस्थापना भी गलत पायी गयी. पूरे मुद्दे के लिये परिवार कल्याण विभाग के पैसों का आबंटन किया गया था, एलिसा टेस्ट के पैमाने का अचूक मानने के बारे मे संदेह व्यक्त गया. अभी भी बहस जारी है कि एचआईवी एड्स के आपसी संबंध क्या हैं. कोई वायरस है भी या नहीं. हमारे मित्रों ने कॉस्मेटिक और सेक्स इंडस्ट्री मे लगे विदेशी ताकतों को इन बातों का सूत्रधार बताया.

कोरोना के बारे मे कहा गया ठंडें मुल्कों में ज्यादा, गरम मुल्कों मे कम है. पर अब तो भारत समेत गरम मुल्कों मे भी फैला है. गर्मी बढ़ेगी तो कोरोना का प्रकोप कम हो जायेगा ऐसा कहा गया था. वह भी गलत निकला. एक जिम्मेदार सरकारी आदमी ने तो कहा था 15 मई के बाद ढलान पर आ जायेंगी स्थितियां, पर हुआ उल्टा, भारत मे कोरोना का असमान विस्तार है. उत्तर दक्षिण, पश्चिम, पूर्व मे कही ज्यादा, कहीं कम फैलाव है.

इतना शायद जरूर है कि 25 बड़े शहरों में ज्यादा हैं और को-मोर्बिडिटी का भी योगदान रहता है. तमिलनाडू में डायबेटिस ज्यादा है. गुजरात मे हाई प्रेशर, ब्लड प्रेशर, हाइपरटेंशन, गरिष्ठ भोजन आदि शहरों मे ज्यादा है. पश्चिमी दुनिया के साथ ज्यादा संपर्क गुजरात के लोगों का रहा है. उसका कुछ असर खानपान, रहन-सहन पर भी पड़ा होगा.

कोरोना के बारे मे भुगत रहे हैं सभी लोग यह तो सच है. आर्थिक विषमता की मार अलग से है. भारत के प्रवासी मजदूर और असंगठित क्षेत्र के स्वरोजगारियों, छोटे व्यापारी विशेष परेशान है. तात्कालिक रूप से भी वे सामान्य जीवनयापन के लिए परेशान है. भारत के लगभग 140 करोड़ में 30 करोड़ 10 हजार रुपये माहवारी कमाई से ऊपर वाले होंगे. शेष 100 करोड़ तो रोजमर्रा की जिन्दगी की जरूरतों को पूरा करने के लिए जूझ रहे हैं. अब तो प्रवासी मजदूर में से लगभग 70 प्रतिशत वापस आये होंगे. अब वे क्या करें, प्रवासी बनकर गये ही इसलिये थे कि गाँव मे ईमान की रोटी और इज्जत की जिन्दगी मिलना कठिन था.

वापस आने पर एक सप्ताह मानसिक राहत रहेगी. उसके बाद तो जीविका खोजना है. आगे सामाजिक, आर्थिक, सांस्कृतिक, मनोवैज्ञानिक समस्याएँ तो टकरायेगी ही. उनका तात्कालिक, मध्यकालिक और दीर्घकालिक समाधान खोजना होगा.

यह केवल भुक्तभोगियों की नहीं, हम सब देशवासियों की समस्या है. सभी लोग विचार विमर्श करें. यह प्रयास की पहली सीढ़ी होगी. तात्कालिक रूप से हर तरह की राहत चाहिए. मध्यकालिक स्तर पर ईमान की रोटी, इज्जत की जिन्दगी का जुगाड़ है और दीर्घकालिक रूप से प्रकृति केन्द्रिक विकास और विकेन्द्रित व्यवस्था के माध्यम से सुखी संतुष्ट जीवन मिले. इतना लक्ष्य तो समझ मे आता है, आगे की आप सब बतायें.

Edited By: Samridh Jharkhand

Related Posts

Latest News

भारत में शुरू हुई CNAP सर्विस: अब हर कॉल पर दिखेगा कॉल करने वाले का असली नाम भारत में शुरू हुई CNAP सर्विस: अब हर कॉल पर दिखेगा कॉल करने वाले का असली नाम
बाबूलाल मरांडी के साथ दिखा CCTV फुटेज, कांग्रेस नेता बोले, कोई लेनदेन नहीं हुआ
रांची से निकलता है पत्रकारिता में सफलता का रास्ता, राष्ट्रीय संस्थानों तक पहुंचती झारखंड की कलम
Jharkhand Waterfalls: झारखंड के प्रमुख वाटरफॉल, नाम, स्थान और पूरी जानकारी
अवेंजर वॉरियर्स को हराकर डिवाइन स्ट्राइकर्स ने जीता रोमांचक फाइनल
Giridih News : नकली विदेशी शराब तैयार करने की फैक्ट्री का उद्भेदन, भारी मात्रा में नकली शराब जब्त, तीन गिरफ्तार
नोबेल शांति पुरस्कार विजेता नरगिस मोहम्मदी फिर गिरफ्तार, हिरासत से पहले मारपीट के आरोप
सेक्रेड हार्ट स्कूल में लोकतंत्र की जीवंत तस्वीर, तृतीय यूथ पार्लियामेंट का सफल आयोजन
पीरटांड के पाण्डेयडीह में आपस में टकराई तीन गाड़ियां, एक महिला की मौत
भालूबासा में 21 वर्षीय युवक ने नशे से परेशान होकर की आत्महत्या, परिवार में मातम
WhatsApp ने नए फीचर्स किए लॉन्च, मिस्ड कॉल मैसेज से AI स्टेटस तक बड़ा अपडेट
डालमिया भारत ग्रुप ने मनाया सेवा दिवस, सतत विकास और समाज सेवा पर रहा फोकस