हेमंत सरकार में अब 'नाम परिवर्तन घोटाला': प्रतुल शाहदेव
अविलंब 'नाम परिवर्तन घोटाले' की सीबीआई जांच हो
नाम परिवर्तन संबंधी दस्तावेजों का गायब होना कहीं धर्मांतरण के आंकड़ों को छुपाने की साजिश तो नहीं?
रांची: भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता प्रतुल शाहदेव ने हेमंत सरकार पर बड़ा हमला करते हुए कहा कि इस सरकार के घोटाले की श्रृंखला में अब नाम परिवर्तन घोटाला भी शामिल हो गया है. प्रतुल ने कहा कि राज्य बनने के बाद अनेक वर्षों तक नाम परिवर्तन संबंधित गजट नोटिफिकेशन मैन्युअल होता था. इसका रजिस्टर मेंटेन होता था. अब हेमंत सरकार के समय वह सारे रजिस्टर ही गायब हो गया है. नाम परिवर्तन संबंधी कोई भी दस्तावेज मिल नहीं रहा है. इस अवधि में कितने नाम परिवर्तन हुए, किसके नाम परिवर्तन हुए उसका कोई उत्तर नहीं है. प्रतुल ने कहा कि हालिया वर्षों में इस प्रक्रिया के ऑनलाइन होने के बाद भी रिकॉर्ड ठीक से मेंटेन नहीं होते हैं. ऊपर से बड़ी वित्तीय अनियमितता का आरोप लगा है.

राज्य सरकार द्वारा एफआईआर नहीं करना बनाता है पूरे मुद्दे को संदेहास्पद
प्रतुल ने कहा कि राज्य सरकार ने एफआईआर दर्ज नहीं करके इस पूरे मामले को और संदिग्ध बना दिया. सिर्फ राजकीय प्रेस के संजीव कुमार से स्पष्टीकरण पूछा गया है. प्रतुल ने कहा कि जब सरकारी दस्तावेज गायब होते हैं तो प्राथमिकी दर्ज होती है और संबंधित अधिकारी पर भी कड़ी कार्रवाई होती है. लेकिन यहां सिर्फ मामले को रफा दफा करने की साजिश चल रही है. प्रतुल ने मांग की है कि इस पूरे घटना की सीबीआई जांच हो क्योंकि आशंका है कि जांच के बाद कई और चौंकाने वाले रहस्य सामने आ सकते हैं.
सुजीत सिन्हा, 'समृद्ध झारखंड' की संपादकीय टीम के एक महत्वपूर्ण सदस्य हैं, जहाँ वे "सीनियर टेक्निकल एडिटर" और "न्यूज़ सब-एडिटर" के रूप में कार्यरत हैं। सुजीत झारखण्ड के गिरिडीह के रहने वालें हैं।
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