पर्यावरण संरक्षण के लिए सकारात्मक जीवनशैली एवं सामूहिक प्रयास जरूरी
वन विभाग, जेएसपीसीबी एवं सीड द्वारा जारी मिशन लाइफ अभियान को मिला व्यापक जन-समर्थन

गौरतलब है कि केंद्रीय पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय, भारत सरकार ने सभी राज्यों में मिशन लाइफ पर जन-जागरूकता बढ़ाने के लिए मई-जून में एक महीने का सार्वजनिक अभियान चलाने का दिशानिर्देश दिया था। इसी क्रम में झारखंड के सभी जिलों में एक राज्यव्यापी अभियान चलाया गया, जिसका उद्देश्य पर्यावरण के प्रति जिम्मेदारी की भावना को बढ़ावा देना और करीब एक लाख नागरिकों को अपने दैनिक जीवन में मिशन लाइफ के मूल्यों को अपनाने के लिए प्रोत्साहित करना रहा।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कृषि मंत्री बादल पत्रलेख ने कहा, ‘हमें धरती को बचाने के लिए सामाजिक और पर्यावरणीय रूप से जिम्मेदार जीवनशैली को अपनाने की आवश्यकता है। मिशन लाइफ सभी को पर्यावरण संरक्षण के लिए जिम्मेदार बनाता है। मिशन लाइफ का संदेश यह है कि लोगों द्वारा किए गए छोटे कार्य भी समाज को नई दिशा दे सकते हैं। झारखंड सरकार राज्य में पर्यावरण संरक्षण और समावेशी विकास के लिए प्रतिबद्ध है।’
अभियान के समग्र दृष्टिकोण के बारे में डॉ. संजय श्रीवास्तव (आईएफएस), प्रधान मुख्य वन संरक्षक एवं वन बल प्रमुख, वन पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन विभाग (झारखंड सरकार) ने कहा, ‘मिशन लाइफ के रूप में वैश्विक पहल जलवायु परिवर्तन के प्रभावों को कम करने और विकास लक्ष्यों को प्राप्त करने में महत्वपूर्ण योगदान दे रही है। इसके तहत व्यक्तिगत स्तर पर उठाए गए छोटे कदमों पर खास बल दिया गया है। मिशन लाइफ अभियान को व्यापक जन-समर्थन मिला है। वन विभाग बेहतर पर्यावरण के लिए अभियान की गतिविधियों को निरंतर जारी रखेगा।’
इस अवसर पर श्री शशिकर सामंता (आईएफएस), अध्यक्ष, झारखंड राज्य प्रदूषण नियंत्रण पर्षद ने कहा कि ‘यदि हम प्रदूषण-मुक्त एवं खुशहाल समाज की ओर बढ़ना चाहते हैं, तो हमें अपने जीवन में सततशीलता के सिद्धांतों और मानवीय मूल्यों को अपनाने की आवश्यकता है। मिशन लाइफ नागरिक जुड़ाव और सामूहिक जिम्मेदारियों पर जोर देता है। हम सभी स्टेकहोल्डर्स को बेहतर पर्यावरण और समाज के लिए योगदान करने के लिए प्रेरित करते रहेंगे।’
बदलाव लाने में सामूहिक प्रयासों पर जोर देते हुए श्री वाई.के. दास (आईएफएस), सदस्य-सचिव, जेएसपीसीबी ने कहा कि, “जिस पर्यावरण में हम रहते हैं, उसे संरक्षित करना हमारी सामूहिक जिम्मेदारी है। बेहतर पर्यावरण और समृद्ध समाज बनाने के लिए स्वस्थ जीवन शैली का अनुसरण हम सभी का लक्ष्य होना चाहिए। सकारात्मक बदलाव लाने के लिए हम पर्यावरणीय मुद्दों पर जन-जागरूकता फैलाने के लिए अधिकाधिक कदम उठाएंगे।“
सीड के सीईओ रमापति कुमार ने कहा कि प्रकृति ही हमारा असली घर है, इसलिए हमारा यह दायित्व है कि इसके संरक्षण के लिए हरसंभव प्रयास करें। हमें स्थानीय स्तर पर जलवायु-अनुकूल पारंपरिक एवं सामाजिक मानदंडों को दिनचर्या में शामिल करना चाहिए। उन्होंने बताया कि सीड डाटा और विज्ञान के व्यापक उपयोग से जन-जागरूकता को बढ़ावा देने में सरकारी विभागों एवं एजेंसियों को निरंतर सहायता प्रदान करता रहेगा।
कार्यक्रम के तकनीकी सत्र में राज्य में वायु गुणवत्ता प्रबंधन और शून्य अपशिष्ट प्रबंधन के बेस्ट प्रैक्टिसेज और समाधानों के बारे में चर्चा की गई, जिसमें डॉ मनीष कुमार, (डायरेक्टर, रिसर्च और डेवलपमेंट, सीड), राजीव कुमार (एसोसिएट प्रोफेसर, बीआईटी मेसरा) और स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड, टाटा स्टील और अन्य संस्थानों के प्रमुख प्रतिनिधियों की भागीदारी रही। कार्यक्रम में पर्यावरणविदों, ग्राम सभाओं के प्रतिनिधियों और सामुदायिक कार्यकर्ताओं को पर्यावरण के संरक्षण के लिए प्रयास के लिए सम्मानित किया गया। मिशन लाइफ अभियान को राज्य के सिविल सोसाइटी संगठनों, शैक्षणिक संस्थानों, महिलाओं और युवा समूहों और नागरिकों द्वारा व्यापक रूप से समर्थन दिया गया है।
