6 महीने से बन्द है सदर अस्पताल का सरकारी अल्ट्रासाउंड, मरीजों को हो रही परेशानी
राज्य स्तर से पत्राचार कर डॉक्टर उपलब्ध कराने का अनुरोध

लोग दूर से आते हैं लेकिन लेट होने के कारण सदर अस्पताल में अल्ट्रासाउंड नहीं हो पाता है क्योंकि मनीपाल का टारगेट 30 से 35 है। जिस कारण कई लोगों को बाहर भी हजार रुपए लगाकर अल्ट्रासाउंड करवाना पड़ता है।
कोडरमा: जिला मुख्यालय में स्थित कोडरमा सदर अस्पताल जिले की स्वास्थ्य सेवा में धड़कन है। इस अस्पताल में प्रतिदिन 500 से अधिक मरीज आते- जाते हैं, वहीं जिले के छोटी- बड़ी दुर्घटना के मरीज भी आते हैं। उसके वावजूद कोडरमा सदर अस्पताल में पिछले 6 महीना से सरकारी अल्ट्रासाउंड बंद पड़ा हुआ है। इसमें मरीज को काफी परेशानी का सामना उठाना पड़ रहा है क्योंकि मरीजों को वहां बाजार दर से कम यानी 200 रुपये में अल्ट्रासाउंड सभी महिला व पुरुषों का हो जाता था।

क्या कहते हैं मरीज और सिविल सर्जन
इस बाबत मरीज से पूछे जाने पर बताया है कि अस्पताल में अल्ट्रासाउंड 200 रुपये में हो जाता था लेकिन बंद रहने के कारण काफी मरीज को परेशानियां उठानी पड़ती है। लोग दूर से आते हैं लेकिन लेट होने के कारण सदर अस्पताल में अल्ट्रासाउंड नहीं हो पाता है क्योंकि मनीपाल का टारगेट 30 से 35 है। जिस कारण कई लोगों को बाहर भी हजार रुपए लगाकर अल्ट्रासाउंड करवाना पड़ता है।
वहीं कोडरमा सिविल सर्जन डॉ अनिल कुमार ने कहा कि डॉक्टर नहीं रहने के वजह से अल्ट्रासॉउन्ड बन्द है। उन्होंने कहा डॉक्टर उपलब्ध कराने के लिए अखबार में विज्ञापन भी निकाला जा रहा है वहीं राज्य स्तर से पत्राचार कर अल्ट्रासॉउन्ड करने के लिए डॉक्टर उपलब्ध कराने का अनुरोध किया जा रहा है।