Hazaribagh News: “रिसर्च मेथोडोलॉजी रीडिफ़ाइंड” का द्वितीय संस्करण प्रकाशित
नए दौर के शोध में होगा उपयोगी: डॉ रिजवान अहमद
रिसर्च पर उनकी इस पुस्तक के सामने आने के बाद शिक्षाविदों एवं शोधार्थियों में ख़ुशी का माहौल है। उन्हें खूब बधाइयां मिल रही हैं।
हजारीबाग: विनोबा भावे विश्वविद्यालय, हजारीबाग, के अंग्रेज़ी विभाग के अध्यक्ष डॉ सैयद रिज़वान अहमद द्वारा लिखित पुस्तक “रिसर्च मेथोडोलॉजी रीडिफ़ाइंड” का दूसरा संस्करण (2025) प्रकाशित हुआ है। यह पुस्तक एजुकेशनल पब्लिशिंग हाउस,नई दिल्ली द्वारा प्रकाशित किया गया है। इसका पहला संस्करण 2018 में प्रकाशित हुआ था।

ज्ञात हो कि डॉ रिज़वान अहमद विनोबा भावे विश्वविद्यालय के अंग्रेज़ी विभाग के वरीय एसोसिएट प्रोफ़ेसर हैं। उन्हें पीएचडी कोर्स वर्क की कक्षाओं को लेने का लंबा अनुभव है। उनके मार्गदर्शन में आधा दर्जन से अधिक शोधार्थी सफलता पूर्वक शोध की उपाधि पा चुके हैं।
डॉ अहमद, किंग सऊद विश्वविद्यालय, रियाद, सऊदी अरब में भी अंग्रेजी के सहायक प्राध्यापक के रूप में 2007-2008 में अपनी सेवा दे चुके हैं।
मशहूर लेखक ई एम फोस्टर पर इनकी पुस्तक 2014 में प्रकाशित हुई थी। डॉ रिज़वान अहमद अपने विभागीय शोध पत्रिका “द लिटरेरी विज़न “ के दो बार मुख्य संपादक भी रह चुके हैं।
रिसर्च पर उनकी इस पुस्तक के सामने आने के बाद शिक्षाविदों एवं शोधार्थियों में ख़ुशी का माहौल है। उन्हें खूब बधाइयां मिल रही हैं।
