तेज की राह होगी जुदा? उपचुनाव के प्रचारकों की सूची में खुद व मां-बहन का नाम न होने पर कसा तंज
पटना : लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटै तेज प्रताप यादव राष्ट्रीय जनता दल में लगभग अलग-थलग पड़ गए हैं। पार्टी ने बिहार की दो विधानसभा सीटों तारापुर व कुशेश्वरस्थान के लिए होने वाले उपचुनाव के स्टार प्रचारकों की टीम में उनका नाम शामिल नहीं किया है। इतना ही नहीं इस सूची में राजद की वरिष्ठ नेता, पूर्व मुख्यमंत्री व तेज प्रताप-तेजस्वी की मां राबड़ी देवी एवं बड़ी बहन व राज्यसभा सदस्य मीसा भारती का भी नाम शामिल नहीं किया गया है।
स्टार प्रचारकों की सूची से खुद का व अपनी मां-बहन का नाम गायब होने पर तेज प्रताप यादव ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। तेज प्रताप ने एक ट्वीट कर पार्टी के इस फैसले पर कटाक्ष किया है, जिस पर अभी उनके छोटे भाई व विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव का वर्चस्व व एकाधिकार है।
ऐ अँधेरे देख ले मुँह तेरा काला हो गया
माँ ने आँखें खोल दीं घर में उजाला हो गया…
मेरा नाम रहता ना रहता मां और दीदी का नाम रहना चाहिए था…
इस गलती के लिए बिहार की महिलाएं कभी माफ नहीं करेगीं,दशहरा में हम मां की ही अराधना करतें हैं ना जी…😭😭 pic.twitter.com/SpfImByK4C— Tej Pratap Yadav (@TejYadav14) October 8, 2021
तेज प्रताप यादव ने ट्वीट में लिखा है – ऐ अंधेरे देख ले मुंह तेरा काला हो गया, मां ने आंखें खोल दीं, घर में उजाला हो गया…मेरा नाम रहता न रहता, मां और दीदी का नाम रहना चाहिए था…इस गलती के लिए बिहार की महिलाएं कभी माफ नहीं करेंगी। दशहरा में हम मां की ही अराधना करते हैं न जी।
तेज प्रताप लगातार पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह पर सवाल उठाते रहे हैं और उन्हें हिटलर तक बता चुके हैं। लालू प्रसाद यादव एवं तेजस्वी का विश्वास प्राप्त जगदानंद सिंह ने पिछले दिनों तेज प्रताप समर्थकों को पार्टी की युवा शाखा के पदों से हटा दिया था जिसके बाद वे अन्य दल में शामिल हो गए। तेजस्वी जगदानंद सिंह को सही करार देते रहे हैं और यह भी कहते रहे हैं कि उन्हें फैसले लेने का अधिकार है।
वहीं, हाल में राजद के वरिष्ठ नेता शिवानंद तिवारी ने कहा था कि तेज प्रताप यादव का पार्टी से कोई संबंध नहीं है। तिवारी के इस बयान पर यादव परिवार की ओर से भी कोई प्रतिक्रिया नहीं आयी। इससे यह बात और पुष्ट होती है कि तेज प्रताप लगातार राजद में हाशिये पर जा रहे हैं।