#HarshMander विवादित वीडियो पर घिरे हर्ष मंदर, सुप्रीम कोर्ट भी नाराज, जानिए पूरा मामला
नयी दिल्ली : पूर्व नौकरशाह व सामाजिक कार्यकर्ता हर्ष मंदर अपने एक वीडियो पर घिर गए हैं. इस वीडियो में वह यह कहते सुने जा रहे हैं कि फैसला सुप्रीम कोर्ट एवं संसद में नहीं सड़कों पर होगा. भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने उनके वीडियो को ट्वीट कर उनकी आलोचना की है और उन्हें अर्बन नक्सल बताया है.

भाजपा नेताओं के खिलाफ दायर मामले की सुनवाई करते हुए केंद्र सरकार की ओर से पेश साॅलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने हर्ष मंदर के विवादित बयान का मुद्दा उठाया. मुख्य न्यायाधीश एसए बोबडे ने भाषण की ट्रांसक्रिफ्ट पढने के बाद हर्ष मंदर से पूछा कि आपने यह भाषण कब और कहां दिया है. उन्होंने पूछा कि कोर्ट को लेकर आप ऐसी भावना रखते हैं. अदालत ने कहा कि हम आपको नोटिस जारी करेंगे. मुख्य न्यायाधीश ने कहा कि याचिकाकर्ता हर्ष मंदर पर लगे आरोप बेहद गंभीर हैं.
“सुप्रिम कोर्ट मानवता,समानता और Secularism की रक्षा नहीं करती ..इसलिए न Supreme Court में,न संसद में फ़ैसला होगा ..फ़ैसला सड़क पर होगा”
सोनिया गांधी के NAC के सदस्य और UrbanNaxal हर्ष मंदर का कहना है।
ये है असल दंगाई जो लोगों को उसका रहें है सड़क पर उतर के हिंसा करने के लिए। pic.twitter.com/ajTt4q8zNJ— Sambit Patra (@sambitswaraj) March 4, 2020
भाजपा आइटी सेल के चीफ अमीत मालवीय ने एक वीडियो ट्वीट किया, जिसमें हर्ष मंदर यह कहते दिख रहे हैं कि अब फैसला संसद या सुप्रीम कोर्ट में नहीं, सड़कों पर होगा. वे कहते हैं एससी ने कश्मीर के मामले में इंसानियत और सेक्युलरिज्म की रक्षा नहीं की, इसलिए लोग अब सड़कों पर अपने भविष्य का फैसला करेंगे.
अब फ़ैसला संसद या SC में नहीं होगा। SC ने अयोध्या और कश्मीर के मामले में secularism की रक्षा नहीं की। इसलिए फ़ैसला अब सड़कों पर होगा।
This man Harsh Mander, who wrote the draconian CVB, is in HC to get FIRs against people for hate speech… And a judge gave him midnight hearing! pic.twitter.com/zrXYyBxfE3
— Amit Malviya (@amitmalviya) March 4, 2020
