असम-मिजोरम सीमा विवाद : हिमंता विश्वा सरमा बोले – कोई एक इंच हमारी जमीन नहीं ले सकता

असम-मिजोरम सीमा विवाद : हिमंता विश्वा सरमा बोले – कोई एक इंच हमारी जमीन नहीं ले सकता

सिलचर : असम-मिजोरम सीमा विवाद और उसमें पांच पुलिस कर्मी सहित छह की जान जाने के बाद असम के मुख्यमंत्री हिमंता विश्वा सरमा ने राज्य में तीन दिनों का राजकीय शोक घोषित कर दिया है। हिमंता ने आज मारे गए जवानों को श्रद्धांजलि दी। इसके साथ ही उन्होंने दो राज्यों के सीमा विवाद पर कड़े तेवर दिखलाते हुए कहा कि कोई भी हमारी एक इंच भूमि नहीं ले सकता है, हमलोग अपने क्षेत्र की सुरक्षा के लिए प्रतिबद्ध हैं।

हिमंता ने कहा कि असम-मिजोरम बॉर्डर पर गोलीबारी के बाद मैंने मिजोरम के मुख्यमंत्री को छह बार फोन किया। उन्होंने मुझसे से सॉरी कहा और बातचीत के लिए आइजोल बुलाया। उन्होंने कहा कि हमारी एक इंच जमीन भी कोई नहीं ले सकता और हम उसकी सुरक्षा के लिए प्रतिबद्ध हैं।

हिमंता ने कहा कि मैं जमीन की एक इंच भी किसी को नहीं दे सकता, अगर कल संसद एक कानून बना दे कि बराक वैली को मिजोरम को दिया जाए तो मुझे इसमें आपत्ति नहीं है। परंतु जब तक संसद यह फैसला नहीं लेती, मैं किसी भी व्यक्ति को असम की जमीन नहीं लेना दूंगा।

यह भी पढ़ें रांची से निकलता है पत्रकारिता में सफलता का रास्ता, राष्ट्रीय संस्थानों तक पहुंचती झारखंड की कलम


असम के मुख्यमंत्री ने कहा कि यह एक राजनीतिक मुद्दा नहीं है। यह दो राज्यों के बीच सीमा विवाद का मामला है। यह सीमा विवाद लंबे समय से चला आ रहा है। उन्होंने कहा कि यह विवाद तब भी था जब दोनों राज्यों में कांग्रेस की सरकार थी। उन्होंने कहा कि यह विवाद दो राज्यों के बीच है न कि दो राजनीतिक दलों के बीच।


हिमंता ने कहा कि यह घटना असम की सीमा पर हुई और हमारी पुलिस इस मामले की जांच कर रही है। उन्होंने कहा कि यह जांच की जा रही है कि नागरिकों को हथियार कहां से मिले।

उन्होंने कहा कि कल असम-मिजोरर सीमा पर शहीद हुए पुलिस कर्मियों के परिजनों को 50 लाख रुपये की आर्थिक सहायता दी जाएगी और घायलों के इलाज के लिए प्रति व्यक्ति को एक लाख रुपये दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि घायल एसपी को इलाज के लिए मुंबई भेजा जाएगा।

असम-मिजोरम सीमा विवाद क्या है?

सोमवार को असम-सीमा विवाद में चली गोलीबारी में असम के पांच जवान सहित छह लोगों की मौत हो गयी। ऐसा दो भारतीय राज्यों के बीच पहली बार हुआ। इन दोनों राज्यों के बीच सीमा विवाद पुराना मुद्दा है। असम और मिजोरम 165 किमी लंबी सीमा साझा करते हैं। मिजोरम के तीन जिले आइजोल, कोलासिब व ममित और असम के तीन जिले कछार, करीमगंज व हैलाकांदी सीमा पर हैं।

मिजोरम के मुख्यमंत्री जोरामथांगा ने घटना के दुःखत बताया है और कहा है कि यह संघर्ष तब हुआ जब कोलासिब के स्थानीय पुलिस अधीक्षक ने उन लोगों से मिलकर उन्हें समझाने की कोशिश की हैण् जब असम पुलिस ने ग्रेनेड फेंके और फ़ायरिंग की तो मिज़ोरम पुलिस ने शाम चार बजकर 50 मिनट पर फायरिंग कीण्दिन के साढे 11 बजे कछार जिले के वैरंगते ऑटो रिक्शा पड़ाव के पास बने सीआरपीएफ पोस्ट में असम के 200 से अधिक पुलिसकर्मी घुस और इन लोगों ने मिजोरम पुलिस एवं स्थानीय लोगों पर बल प्रयोग किया। जब स्थानीय लोग जमा हुए तो उन पर पुलिस ने लाठी चार्ज किया और टियर गैस का इस्तेमाल किया जिसमें कई लोग घायल हुए। कोलासिब के एसपी ने उन लोगों से मिल कर उन्हें समझाने की कोशिश की, जब असम पुलिस ने ग्रेनेड फेंके तब मिजोरम पुलिस ने शाम चार बजकर 50 मिनट पर फायरिंग की।

वहीं, असम के मुख्यमंत्री हिमंता विश्वा सरमा ने कहा कि यह पूरा विवाद तब आरंभ हुआ जब यथास्थिति का उल्लंघन करते हुए मिजोरम सरकार ने लैलापुर जिले जो असम के इलाके में पड़ता है वहां सड़क बनाने का काम शुरू किया। इसी सिलसिले में असम पुलिस के आइजी, डीआइजी व एसपी स्तर के अधिकारी वहां पहुंचे थे ताकि लोगों को यथास्थिति बनाए रखने के लिए समझा जा सके।

Edited By: Samridh Jharkhand

Related Posts

Latest News

हजारीबाग में ग्रामीण विकास योजनाओं की समीक्षा, उपायुक्त ने अधिकारियों को दिए सख्त निर्देश हजारीबाग में ग्रामीण विकास योजनाओं की समीक्षा, उपायुक्त ने अधिकारियों को दिए सख्त निर्देश
स्वर्णरेखा पुल निर्माण को लेकर विधायक ने उठाए सवाल, पथ निर्माण विभाग पर पक्षपात का आरोप
एमएमके हाई स्कूल, बरियातू में विज्ञान एवं कला प्रदर्शनी का भव्य आयोजन, 250 से अधिक मॉडल प्रदर्शित
साहिबगंज के प्रशांत शेखर को "सार्क 2025 अवार्ड" से सम्मानित किया जाएगा
श्री दिगम्बर जैन विद्यालय में बैडमिंटन, कैरम एवं चेस खेल का सिंगल्स व डबल्स फाइनल
झारखंड दौरे पर राष्ट्रपति, आदिवासी संस्कृति और जनसांस्कृतिक समागम में होंगी मुख्य अतिथि
प्रखण्ड स्तरीय समन्वयक समिति की बैठक आयोजित, विकास कार्यों की समीक्षा
Chaibasa News: नाबालिग से शादी का झांसा देकर यौन शोषण, आरोपी गिरफ्तार
नेपाल से आए संताल आदिवासी प्रतिनिधिमंडल का पाथरा आश्रम में पारंपरिक स्वागत, सांस्कृतिक एकता का संदेश
बीएचयू के 105वें दीक्षांत समारोह में अमन कुमार को एम.ए. हिंदी साहित्य की उपाधि
ठंड से राहत: रानीश्वर में गरीब व वृद्धजनों को मिला कंबल
उपायुक्त की अध्यक्षता में जिला अनुकंपा समिति की बैठक, 8 आवेदकों को मिली स्वीकृति