#AmulyaLeona पाकिस्तान जिंदाबाद का नारा लगाने वाली अमूल्या को पिता ने समझाया था, पहले पढ लो फिर गरीबों के लिए लड़ना

अमूल्या कर्नाटक के चिकमगलूर के कोप्पा की रहने वाली है और बीए की छात्रा है. उसके पिता वजी एक किसान हैं जो एकड़ भूमि पर खेती करते हैं और एक पाल्ट्री चलाते हैं. वे बेटी के कृत्य से बहुत आहत हैं और कहते हैं कि वे उसके बेल के लिए भी प्रयास नहीं करेंगे. अमूल्या पर देशद्रोह का केस दर्ज किया गया है. अमूल्या के पिता ने कहा कि उसकी बातों का किसी भी तरह समर्थन नहीं किया जा सकता है. उन्होंने कहा कि मैंने उसे समझाया था कि पहले तुम अपनी पढाई पूरी कर लो, अच्छे से पढो और उसके बाद गरीबों के लिए लड़ना. जाहिर है पिता का जोर इस बात पर था कि बेटी की समझ अध्ययन से विकसित हो.
इस घटना के बाद उसके घर के आसपास सुरक्षा बढा दी गयी है. यह भी खबर है कि उसके घर पर पत्थरबाजी की गयी और इसमें भाजपा समर्थकों का हाथ बताया गया. उसके पिता एक राजनीतिक कार्यकर्ता रहे हैं और भाजपा व जनता दल सेकुलर राज्य की दोनों बड़ी पाटियों के लिए समय-समय पर काम किया है. उसके पिता कहते हैं कि वह राष्ट्रभक्त हैं और सालों से कई लेखक, सामाजिक कार्यकर्ता व राजनेता मेरे घर आते रहते हैं. वजी को यह सफाई अपनी बेटी की वजह से देनी पड़ रही है.
उधर, अमूल्या का एक पुराना वीडिया आया है जिसमें उसने कहा है कि उसके पीछे एक बड़ा ग्रुप है, जिसमें स्टूडेंट व सीनियर एक्टिविस्ट हैं, जो यह बताता है कि मंच से क्या बोलना है, क्या नारा लगाना चाहिए. उसके पीछे बड़ी ताकत है. अमूल्या ने इस कड़ी में अपनी माता-पिता का भी नाम लिया था.
अमूल्या सोशल मीडिया पर भी काफी एक्टिव है. फुसबुक, ट्विटर के साथ वह एक ब्लाॅग भी चलाती है. अमूल्या को 14 दिन के रिमांड पर जेल भेज दिया गया है. वहीं, कर्नाटक के मुख्यमंत्री वीएस येदियुरप्पा ने उसके कृत्य की निंदा करते हुए इसे समाज का का माहौल बिगाड़ने वाला बताया. उन्होंने कहा कि उसे जमानत नहीं मिलनी चाहिए.
