भूख से होने वाली मौत मामले में पीड़ितों को मिले मुआवजा व नौकरी : भाजपा

रांची : राज्य में भूख से होने वाली मौत के शिकार लोगों के परिजनों को आर्थिक मुआवजा और एक सरकारी नौकरी देने की मांग भाजपा के विधायकों ने की है. इस मांग को लेकर भाजपा विधायकों ने आज सदन के बाहर प्रदर्शन भी कि,या. इस दौरान विधायकों ने सरकार के खिलाफ नारेबाजी भी की.

वहीं, चंदनकियारी के विधायक सह पूर्व मंत्री अमर कुमार बाउरी ने कहा कि सरकार बोकारो जिले के कसमार प्रखंड के सिंहपुर गांव के भूखल घासी के परिजनों को 10 लाख रुपये का मुआवजा दे, साथ ही बेहतर जीवकोपार्जन के लिए उनके परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी दे.
उन्होंने कहा कि वर्तमान सरकार अनुसूचित जाति-जनजाति, गरीब, दलित आदि के नाम पर ही सत्ता में आयी है. ऐसे में सरकार को इसके प्रति संवेदनशील होने की जरूरत है.
उन्होंने सरकार के अधिकारी पर सवाल उठाते हुए कहा कि जिस तरह से बीडीओ ने भूखल घासी के परिवार को 25000 रुपये का प्रलोभन दे कर भूखल की मौत का कारण बीमारी बताने को कहा था वह गलत है. सरकार को इस पर संज्ञान लेने की जरूरत है.
उन्होंने कहा कि जिस घर में खाने के लिए बर्तन तक नहीं है, ऐसे में सरकार को चाहिए कि उनके परिजनों को आर्थिक मदद करे. उन्होंने कहा कि कल ही सीएम के ट्विटर पर मैंने देखा कि भूखल घासी जैसी ही स्थिति सोनाहातू के लोहरा परिवार की है. उनके घर में भी पिछले तीन दिनों से चूल्हा नहीं जला है.
उन्होंने पार्टी के तरफ से मांग की कि सरकार राज्य में ऐसी व्यवस्था बनाये की भूखल घासी जैसी घटना दोबारा राज्य में न हो.