वर्ष 2022 में 47% बढ़ी यूटिलिटी स्केल सोलर क्षमता, रूफटॉप व डिस्ट्रिब्यूटेड की वृद्धि ऋणात्मक

वर्ष 2022 में 47% बढ़ी यूटिलिटी स्केल सोलर क्षमता, रूफटॉप व डिस्ट्रिब्यूटेड की वृद्धि ऋणात्मक

रांची : जनवरी 2022 से दिसंबर 2022 के बीच भारत ने 13, 956 मेगावाट सौर ऊर्जा क्षमता और 1,847 मेगावाट पवन ऊर्जा क्षमता को अपने नवीनीकृत ऊर्जा क्षमता में जोड़ा है। ये दोनों वर्ष 2021 की तुलना में क्रमशः 17.5 और 26.6 प्रतिशत अधिक हैं। पिछले सप्ताह नवीन एवं नवीनीकृत ऊर्जा मंत्रालय द्वारा जारी वार्षिक रिपोर्ट के अनुसार, 120.85 गीगावाट तक पहुंच गयी। ऊर्जा क्षेत्र पर शोध करने वाली संस्था जेएमके रिसर्च ने नवीन एवं नवीनीकृत ऊर्जा मंत्रायल और केंद्रीय ऊर्जा आयोग के डेटा का एनालिसिस किया है, जिसमें कहा गया है कि यूटिलिटी स्केल सोलर में एक वर्ष की तुलना में जहां 47 प्रतिशत वृद्धि हुई, वहीं रूफटॉप और डिस्ट्रिब्यूटेड सोलर क्षमता में 2021 की तुलना में कम वृद्धि हासिल हुई।

भारत के कुल नवीनीकृत ऊर्र्जा में सौर ऊर्जा की 52 प्रतिशत हिस्सेदारी है और बीते एक साल में इसमें पांच प्रतिशत की वृद्धि हुई है। इसके बाद पवन ऊर्जा की 35 प्रतिशत, बायो पॉवर की 9 प्रतिशत, लघु हाइड्रो की चार प्रतिशत हिस्सेदारी है।

पिछले साल सौर ऊर्जा में सबसे उल्लेखनीय वृद्धि यूटिलिटी स्केल सोलर में हुई। जनवरी 2022 से दिसंबर 2022 के दरमियान 11.3 गिगावाट यूटिलिटी स्केल सोलर क्षमता देश की नवीनीकृत ऊर्जा क्षमता में जोड़ा गया जो वर्ष 2021 की तुलना में 47 प्रतिशत अधिक है। वहीं, रूफटॉप सोलर क्षमता में 1.9 गिगावाट की वृद्धि हुई जो पूर्व के वर्ष से 42 प्रतिशत से कम है। जबकि ऑफ ग्रिड या डिस्ट्रिब्यूटेड सोलर क्षमता में 700 मेगावाट क्षमता जोड़ा गया जो वर्ष 2021 की तुलना में 50 प्रतिशत कम है।

राजस्थान, गुजरात व तमिलनाडु देश के ऐसे अग्रणी राज्य हैं, जिन्होंने वर्ष 2022 में अधिकतर लार्ज स्केल सोलर क्षमता स्थाापित की। इस अवधि में गुजरात ने 1600 मेगावाट से अधिक की पवन ऊर्र्जा क्षमता को अपने अक्षय ऊर्जा भंडार में जोड़ा।

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यूटिलिटी स्केल सोलर क्या होता है?

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यूटिलिटी स्केल सोलर के तहत बड़े पैमाने पर सोलर एनर्जी का उत्पादन व उपयोग किया जाता है। इसमें उत्पादित बिजली को ग्रिड में भेजी जाती है और फिर उसे उपयोगकर्ता को आपूर्ति किया जाता है। यूटिलिटी स्केल सोलर का आकार कोई सामान्य रूप से परिभाषित या व्याख्यायित नहीं है। प्रत्येक यूटिलिटी स्केल सौर क्षमता के लिए एक बिजली खरीद समझौत पॉवर परचेज एग्रीमेंट होता है।

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Edited By: Samridh Jharkhand

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