टाइगर जयराम का एलान, डुमरी से मंत्री बेबी देवी के खिलाफ ठोकेंगे ताल
जयराम महतो की पार्टी में बगावत के स्वर बुलंद
हाल के दिनों में टाइगर जयराम महतो की टीम में एक बड़ी टूट हुई है, संजय मेहता जैसा खासमखास भी साथ छोड़ चुका है, व्यक्ति केन्द्रीत राजनीति करने का आरोप लगाया जा रहा है. जानकारों का दावा है कि अभी तो महज छह सीटों के लिए प्रत्याशियों का एलान किया है, जैसे ही यह सूची और भी लम्बी होती है, एक बार फिर बगावत के स्वर बुलंद होने लगेंगे.
रांची: झारखंड लोकतांत्रिक क्रांतिकारी मोर्चा की ओर से उसके केन्द्रीय अध्यक्ष जयराम महतो ने डुमरी विधानसभा से मंत्री बेबी देवी के खिलाफ ताल ठोंकने का एलान किया है, हालांकि अभी तक यह स्पष्ट नहीं है कि इस बार मंत्री बेबी देवी खुद चुनाव लड़ेंगी या फिर अपने बेटे टाइगर जगरनाथ महतो की विरासत की सौंपेगी. लेकिन किसी भी परिस्थिति में डुमरी में इस बार मुकाबला दिलचस्प होने के आसार है, डुमरी के इस सियासी अखाड़े में एक तरफ पूर्व शिक्षा मंत्री और झारखंड की सियासत में टाइगर के नाम से चर्चित जगरनाथ महतो का परिवार होगा तो दूसरी तरफ भाषा आन्दोलन से सियासी गलियारे में कदम बढ़ा रहे टाइगर जयराम होंगे.
उपचुनाव से टाइगर जयराम महतो ने किया था किनारा
आपको बता दें कि टाइगर जगरनाथ महतो की मौत के बाद हुए उप चुनाव में जहां झामुमो उनकी धर्म पत्नी बेबी देवी को मैदान में उतारा था तो एनडीए की ओर से यशोदा देवी ने मोर्चा संभाला था, लेकिन उस वक्त टाइगर जयराम महतो ने बेबी देवी के खिलाफ प्रत्याशी उतारने से इंकार कर दिया था, तब जयराम महतो ने इसे जगरनाथ महतो के प्रति अपनी श्रधांजलि बताया था, लेकिन अब जब जगरनाथ महतो का गुजरे एक अर्सा हो चुका है, उनकी प्रति उमड़ी सहानुभूति एक हद तक मंद पड़ने लगी है, जयराम महतो ने मोर्चा खोलने का एलान किया है, लोकसभा चुनाव के दौरान भी डुमरी विधान सभा से जयराम महतो को एक बड़ी लिड मिली थी, बेबी देवी मंत्री रहते हुए अपने ही विधानसभा से पिछड़ गयी थी. इस हालत में इस बार सबकी नजर डुमरी विधानसभा की ओर लगी रहेगी, इसके साथ ही सराईकेला की तरह डुमरी भी एक हॉट सीट में तब्दील हो चुका है. सबसे बड़ा सवाल इस बात का है कि टाइगर जयराम की इस एंट्री से किसके वोटों में सेंधमारी होगी, जयराम महतो इंडिया गठबंधन के वोट में सेंधमारी करेंगे या फिर एनडीए के सामने मुश्किल खड़ी करेंगे, या फिर इन दोनों को परास्त कर कैंची के साथ विधानसभा में एंट्री करेंगे.
जयराम महतो की पार्टी में बगावत के स्वर बुलंद
यहां यह बताना भी जरुरी है कि हाल के दिनों में टाइगर जयराम महतो की टीम में एक बड़ी टूट हुई है, संजय मेहता जैसा खासमखास भी साथ छोड़ चुका है, व्यक्ति केन्द्रीत राजनीति करने का आरोप लगाया जा रहा है. जानकारों का दावा है कि अभी तो महज छह सीटों के लिए प्रत्याशियों का एलान किया है, जैसे ही यह सूची और भी लम्बी होती है, एक बार फिर बगावत के स्वर बुलंद होने लगेंगे. खास कर जिस तरीके से देवेन्द्रनाथ महतो सिल्ली में जोर आजमाईश करते हुए दिखलाई पड़ रहे हैं, जबकि जयराम महतो की चाहत सिल्ली के पूर्व विधायक अमित महतो पर दांव लगाने की थी, इस हालत में यदि टिकट कटा तो देवेन्द्रनाथ महतो भी संजय मेहता की राह पकड़ सकते हैं. जिसके बाद जयराम महतो के लिए पार्टी को एकजूट रखने की चुनौती होगी. वैसे जहां तक डुमरी विधानसभा का सवाल है, डुमरी में जयराम महतो की मजबूत पकड़ मानी जाती है. खास कर युवाओं के बीच जयराम महतो का क्रेज है, जिसका लाभ जयराम महतो को विधानसभा चुनाव में मिल सकता है, और यदि ऐसा होता है तो जयराम महतो इस बार विधानसभा में दिखलायी पड़ सकते हैं.