विधानसभा चुनाव में नक्सली डर पर भारी पड़ा लोकतंत्र के पर्व का उत्साह
मतदान केंद्र पर मतदाता हिस्सेदारी निभाने को आतुर दिखे
नक्सलियों के गढ़ कहे जाने वाले बूढ़ा पहाड़ के वोटर लोकतंत्र में अपना विश्वास दिखा रहे है. एक समय जहां नक्सलियों के डर से लोग घर से बाहर नहीं निकलते थे, वे आज भारी संख्या में उत्साहित होकर अपने मताधिकार का इस्तेमाल कर रहे हैं.
रांची: विधानसभा चुनाव में राज्य के अति नक्सल प्रभावित माने जाने वाले क्षेत्रों में पूर्व के भय और दहशत पर मतदाताओं का उत्साह भारी पड़ा. मतदान प्रारंभ होने के साथ ही मतदाता लोकतंत्र में अपनी आस्था दिखाते हुए अपने घरों से निकलकर मतदान केंद्र पर कतारबद्ध होकर मतदान में हिस्सेदारी निभाने को आतुर दिखे.

गुमला जिले के कुरुमगढ़ के 7 मतदान केंद्र ऐसे हैं,जहां झारखंड राज्य गठन के बाद पहली बार मतदान हो रहा है. अति उग्रवाद प्रभावित होने के कारण मतदाता अपने मताधिकार से वंचित रह जाते थे. इन सभी मतदान केंद्रों पर मतदाता पहली बार अपने मताधिकार का इस्तेमाल कर उत्साहित हैं.
नक्सलियों के गढ़ कहे जाने वाले बूढ़ा पहाड़ के वोटर लोकतंत्र में अपना विश्वास दिखा रहे है. एक समय जहां नक्सलियों के डर से लोग घर से बाहर नहीं निकलते थे, वे आज भारी संख्या में उत्साहित होकर अपने मताधिकार का इस्तेमाल कर रहे हैं.
