रिम्स में कैंसर से ग्रसित इलाजरत बच्चों का हो रहा सफल इलाज
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- अबतक 40 से ज्यादा बच्चों को मिल चुका है नया जीवन
रांची : राज्य के सबसे बड़े सरकारी हॉस्पिटल में ऐसा नही है कि सबकुछ गलत ही है। नकारात्मकता का चश्मा उतार कर देखा जाए तो कई चीजें ऐसी नजर आएंगी जो रिम्स की उपलब्धियों में गिना जाएगा। इन दिनों रिम्स के डॉक्टर हर दिन रिम्स का गौरव बढ़ा रहे हैं। रिम्स में सबसे गंभीर बीमारी कैंसर का सफल इलाज हो रहा है। सीनियर डॉ. के देख-रेख में पीडियाट्रिक सर्जरी के डॉ कैंसर का सफल इलाज कर नए कीर्तिमान बना रहा है। राज्य के सबसे बड़े होस्टपील रिम्स में कैंसर से पीड़ित मासूम बच्चों का विश्वस्तरीय इलाज हो रहा है। रिम्स के डॉक्टरों की माने तक अब कैंसर के इलाज के लिए बच्चों को दूसरे बड़े शहर में जाने की जरूरत नही है।
कैंसर से ग्रसित मासुम बच्चो की बीमारी जड़ से खत्म करने के लिए रिम्स में हर स्तर से प्रयास किया जा रहा है। रिम्स में दो साल पहले कैंसर का इलाज शुरू हुआ था अब तक 40 से ज्यादा कैंसर रोगी बच्चों का सफल इलाज हो चुका है।
डॉ हीरेन्द्र बिरुआ और डॉ एसएस साहु के नेतृत्व में विभाग के जूनियर डॉक्टर कैंसर का इलाज सफल इलाज कर रहे है। अपने बच्चों का कैंसर का इलाज करा रहे पिता प्रकाश कुमार ने बताया कि उनके बच्चे के पेट में गोल हो गया था. कई जगहों पर दिखाया लेकिन कही से बीमारी ठीक नही हुई। जांच कराने पर पता चला कि इसे कैंसर है इसके बाद रिम्स में बच्चे का इलाज शुरू कराया।
कैंसर के बच्चों का इलाज कर रहे डॉ. अभिषेक रंजन ने बताया की आर्थिक रूप से कमजोर परिवार वालो का इलाज रिम्स में होने से उन्हें काफी सुविधा मिल रही है। झारखंड राज्य में बच्चों में कैंसर की संख्या लगातार देखने को मिल रही है ऐसे में जरूरत है कि माता- पिता अपने नौनिहालों के प्रति जागरूक हो बच्चों में होने वाले कैंसर 90 प्रतिशत तक बचाया जा सकता है. साथ ही कहा कि बच्चे के शरीर में किसी प्रकार की गांठ नजर आये तो तुरंत चिकित्सक से मिले और सलाह लें.
Edited By: Samridh Jharkhand
