दूसरे चरण के चुनाव में भाजपा और एनडीए का सुपड़ा साफ होना तय: कांग्रेस
कांग्रेस प्रवक्ता बोले- षड्यंत्रकारियों की जमात है भाजपा
सोनाल शांति ने कहा कि भाजपा षड्यंत्रकारियों की जमात है और अपने किए कार्यों के बजाय षड्यंत्र के सहारे चुनाव जीतना चाहती है. प्रथम चरण के चुनाव में अपनी स्थिति का आंकलन करने के बाद भाजपा दूसरे चरण के चुनाव में अपनी उपस्थिति दर्ज कराने हेतु संघर्ष कर रही है.
रांची: झारखंड में अपनी निश्चित हार को देखकर भाजपा बौखलाहट में षड्यंत्रों का सहारा लेकर जीत दर्ज करना चाहती है, लेकिन दूसरे चरण के चुनाव में भाजपा और एनडीए का सुपड़ा साफ होना तय है. उक्त आरोप प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता सोनाल शांति ने लोकसभा में विपक्ष नेता राहुल गांधी के चौपर को 1 घंटे तक महागामा में रोके जाने पर भाजपा के ऊपर लगाते हुए कहा.
उन्होंने कहा कि भाजपा षड्यंत्रकारियों की जमात है और अपने किए कार्यों के बजाय षड्यंत्र के सहारे चुनाव जीतना चाहती है. प्रथम चरण के चुनाव में अपनी स्थिति का आंकलन करने के बाद भाजपा दूसरे चरण के चुनाव में अपनी उपस्थिति दर्ज कराने हेतु संघर्ष कर रही है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह के इशारे पर ऐसी कार्रवाई की जा रही है. 1 घंटे से भी ज्यादा समय तक राहुल गांधी के चौपर को सीधे तौर पर चुनावी अभियान और सभाओं को प्रभावित करने के लिए रोका गया था.
उन्होंने कहा, महागठबंधन के चुनावी अभियान को प्रभावित करने के लिए पहले भी मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन झामुमो की स्टार प्रचारक कल्पना सोरेन के हेलीकॉप्टर को भी रोका गया था. भाजपा जितनी भी कोशिश कर ले महागठबंधन का विजय अभियान जारी रहेगा. चौपर रोकने के कारण बोकारो से बेरमो के रास्ते में खड़े हजारों लोगों तथा स्वागत के लिए पहुंचे हजारों दोपहिया चार पहिया वाहनों में सवार युवाओं को निराशा जरूर हुई, लेकिन जनता भाजपा के मंसूब़ और उनके मानसिक स्तर को समझ गई है कि भाजपा चुनाव में जीत हासिल करने के लिए अपनी ओछी हरकतों पर उतर आई है. इस घटना से कांग्रेस और महागठबंधन को कोई नुकसान होने वाला नहीं है बल्कि भाजपा की सच्चाई सामने आने से उन्हें भारी नुकसान उन क्षेत्रों में होगा.
चुनाव में समान अवसर देने की बात करने वाली चुनाव आयोग जैसी संस्थाओं को ऐसी घटनाओं पर स्वतः संज्ञान लेकर गहनता से जांच कर कार्रवाई करनी चाहिए कि आखिर किन परिस्थितियों में पूरे चुनावी अभियान के दौरान अभी तक सिर्फ महागठबंधन के नेताओं के ही हेलीकॉप्टर रोके गए हैं. भाजपा के किसी भी नेता के हेलीकॉप्टर को नहीं रोका गया है. चुनाव आयोग से पहले भी झामुमो द्वारा इस मामले में शिकायत की गई है, लेकिन आयोग द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की गई इससे आयोग की निष्पक्षता पर संदेह होना स्वाभाविक है.